Nighttime Peace: हर माता-पिता जानते हैं कि रात में बार-बार उठने वाला बच्चा वाकई थकाऊ हो सकता है। नींद पूरी ना होने की वजह से आप शारीरिक और मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करते हैं, ये बिल्कुल स्वाभाविक है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है कुछ आसान से तरीके अपनाकर आप अपने बच्चे को रात में अच्छी नींद दिला सकते हैं और खुद भी आराम से सो सकते हैं।
रात में बार-बार उठने वाले बच्चे को सुलाने के 6 टिप्स
1. सुखदायक सोने का समय बनाएं
एक नियमित सोने का समय निर्धारित करें और रोजाना उसका पालन करें। सोने से 30 मिनट पहले ही शांत वातावरण बनाना शुरू करें। कम रोशनी करें, लोरी सुनाएं, कहानी पढ़कर सुनाएं या शांत, कोमल मालिश करें। यह रुटीन आपके बच्चे को संकेत देगा कि अब सोने का समय है और धीरे-धीरे नींद की तैयारी में मदद करेगा।
2. भूख की जांच करें
कई बार रात में जागने का कारण भूख लगना भी हो सकता है। सोने से पहले उन्हें भरपेट दूध पिलाएं या भोजन दें। रात में थोड़ी भूख लगने पर आप उन्हें थोड़ा दूध या पानी भी दे सकते हैं। हालांकि, बार-बार दूध पिलाने की आदत न डालें, नहीं तो हर बार भूख लगने पर वे जागेंगे।
3. आरामदायक नींद का माहौल बनाएं
कमरें का तापमान ठीक होना चाहिए, बहुत गर्म या ठंडा न हो। कुछ बच्चों को सोने के लिए सफेद शोर (white noise) पसंद होता है, आप एक सफेद शोर मशीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह तेज आवाजों को छाने में मदद करता है और बच्चे को सुकून से सोने में मदद मिलती है। यह भी सुनिश्चित करें कि कमरे में कोई तेज रोशनी या शोर न हो। आरामदायक, साफ, और ढीले-ढाले कपड़े और एक नरम गद्दा भी अच्छी नींद के लिए जरूरी हैं।
4. खुद को सुलाना सीखें
हर बार रात में जागने पर उसे तुरंत गोद में न उठाएं। थोड़ा इंतजार करें, शांत स्वर में बात करें और उसे वापस सुलाने की कोशिश करें। उसे थोड़ा दुलारें या पीठ पर थपथपाएं। अगर वे रोते हैं, तो भी उन्हें तुरंत गोद में लेने से बचें। धीरे-धीरे वे खुद को सुलाना सीख जाएंगे और रात में कम जागेंगे।
5. नींद के समय को नियमित करें
कोशिश करें कि रोजाना एक ही समय पर बच्चे को सुलाएं और जगाएं। इससे उनकी नींद की आदत बनती है और उनके शरीर की आंतरिक घड़ी (internal clock) भी हो जाती है। नियमित नींद के पैटर्न से रात में कम जागने की संभावना बढ़ जाती है।
6. सहायता लें
अगर आपने ये सब ट्राई कर लिया है और फिर भी आपका बच्चा रात में बहुत जागता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें। वह किसी भी समस्या का पता लगाने में मदद कर सकते हैं और आपको अतिरिक्त सलाह दे सकते हैं। हो सकता है आपके बच्चे को किसी खास चीज से असुविधा हो रही हो, जिसे आप नजरअंदाज कर रहे हैं। डॉक्टर की मदद से आप असली कारण जान पाएंगे और उसका समाधान निकाल सकेंगे।