Is Your Friend A Victim Of Domestic Violence? Find Out In These Ways: कहीं आपको ये तो नही लगता है कि आपकी बेस्ट फ्रेंड की जिंदगी में कुछ तो गड़बड़ है। वह पहले बहुत चहकती थी, लेकिन अब वह बेहद शांत है। परिवार या पति के बारे में बात करने पर, वह टाल देती है। लेकिन अब उसके शरीर पर निशान बता रहे हैं कि वह घरेलू हिंसा का शिकार है। दोस्तों के बीच कुछ ऐसा नहीं होता जो छिपा होता है मगर कई बातें ऐसी होती है जो हम महसूस कर सकते हैं। क्या आपकी दोस्त भी हिंसा का सामना करती है और आखिरकार टूट जाती है? आपको इसका जवाब नहीं मिलेगा, लेकिन आप इसे समझ सकती हैं। क्या आपकी फ्रेंड घरेलू हिंसा का सामना तो नहीं कर रही? ये जानने के कुछ तरीके हो सकते हैं, ये तरीके मुश्किल नहीं हैं बल्कि आसान हैं। इन्हें आजमा कर आप अपनी फ्रेंड की मदद कर सकती हैं आइये जानें।
क्या आपकी दोस्त घरेलू हिंसा का शिकार हैं? इन तरीकों से करें पता
शरीर पर निशान
पहले निशान शरीर पर ही नजर आते हैं फिर मन पर, यह एक सच्चाई है जो हमें याद रखनी चाहिए। किसी भी महिला को घरेलू हिंसा का सामना करने पर, उनके शरीर पर लगे निशान उनके दुख का प्रतीक होते हैं। हमें इन निशानों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह उनकी मुश्किलों का एक प्रमुख अंग होते हैं। हालांकि, कई बार हमें हिंसा का पूरा अंदाजा नहीं लग पाता है, इसलिए हमें खुद को अलर्ट रखना चाहिए और ऐसे लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए जो दिखाई देते हैं।
हर बात पर माफी मांगना
वह महिलाएं, जो घरेलू हिंसा का सामना करती हैं, अक्सर खुद को दोषी मानती हैं और हर चीज के लिए खुद को जिम्मेदार समझती हैं। वे अक्सर माफी मांगने के लिए तैयार रहती हैं, चाहे गलती किसी और की हो। यह सच है कि वे अपनी गलतियों को एक्सेप्ट करने की ताकत रखती हैं। यदि आपकी दोस्त इस तरह का व्यवहार करती हैं, तो रियलिटी को बांटने का एक उपाय है उनसे खुलकर बातचीत करना।
पति के सामने परफेक्ट
जिन महिलाओं के साथ हिंसा होता है, वे अक्सर पति के सामने परफेक्ट बनने की कोशिश करती हैं। उनके व्यवहार में यह दिखाई देता है कि पति के सामने उनकी सांसें ठहर जाती हैं और वे गलती करने से बचने की कोशिश करती रहती हैं। इस व्यवहार के कारण, आपकी दोस्त आपके साथ पूरी तरह से अलग लगती हैं। आप उससे बात कर सकती हैं यदि आप चाहें।
हर बात के लिए परमिशन
हाँ, अक्सर महिलाएं घरेलू हिंसा के डर से परेशान होती हैं और इसलिए वे हर कदम सावधानी से उठाती हैं। कई बार उन्हें लगता है कि गलती उनकी ही हो सकती है, इसलिए वे हर काम पूछ-पूछ कर करती हैं। वे छोटी-छोटी बातों के लिए भी पूछती हैं, जैसे किसी और काम को करने के बजाय सीधे घर जाने से। अगर उन्हें कहीं जाना हो, तो वे अक्सर पति से परमिशन लेती हैं।
सैलरी पर पति का हक
कई हिंसा करने वाले लोग ऐसे होते हैं जो कमाती हुई महिलाओं का जीना भी मुश्किल कर देते हैं। अक्सर वे महिलाओं की सैलरी अपने पास रखते हैं। फिर महिलाएं अपना ही कमाया हुआ पैसा पति से पूछ कर खर्च करती हैं। इसलिए ध्यान दें, आपकी गुमसुम रहने वाली सहेली के साथ भी तो ऐसा ही नहीं है। कहीं वह अपनी ही सैलरी को खर्च करने से पहले हर बार अपने पति से तो नहीं पूछती? अगर ऐसा है तो आपको अपनी दोस्त से इस बारे में बात कर लेनी चाहिए।
बच्चों का डर
बच्चों का डर एक गंभीर मुद्दा है, घरेलू हिंसा करने वाले ज्यादातर पुरुष अपने बच्चों को भी नहीं छोड़ते हैं और उनका हाथ अक्सर बच्चों पर भी उठ जाता है। इस प्रकार की स्थिति में, अपनी सहेली के बच्चों के व्यवहार पर ध्यान देना जरूरी है। यह संभावना है कि उन बच्चों को भी अपने पिता से डर लगता हो। इस सिचुएशन में, आपको अपनी दोस्त को सपोर्ट और हेल्प करने की जरूरत है।