Menstruation: हर महिला को पीरियड क्रैम्प होता है, किसी को ज्यादा तो किसी को कम। 90% महिलाओं को दर्दनाक पीरियड क्रैम्प्स होते हैं, जंक फूड आदि इस तरह के दर्दनाक पीरियड क्रैम्प्स का एक मुख्य कारण है। पीरियड्स के समय हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमें किसी भी तरह का जंक फूड नहीं खाना चाहिए और पौष्टिक और अच्छा खाना ही खाना चाहिए। और साथ ही हमें जितना हो सके पानी पीना चाहिए।
आइए जानते हैं ऐसे ही 5 फूड्स के बारे में जो पीरियड क्रैम्प से राहत दिला सकते हैं :
1. संतरा: संतरे में विटामिन सी पाया जाता है यह एक बहुत ही शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, एंटीऑक्सीडेंट हमें पीरियड क्रैम्प से कुछ हद तक राहत दिला सकता है। ऐसा नहीं है कि आप सिर्फ संतरे ही खा सकते हैं, आप कोई भी एंटीऑक्सीडेंट फूड खा सकते हैं। संतरा भी हाइड्रेशन का अच्छा स्रोत होता है क्योंकि इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है।
2. डार्क चॉकलेट: ऐसा माना जाता है कि डार्क चॉकलेट खाने से पीरियड्स में होने वाली ऐंठन काफी हद तक कम हो जाती है और साथ ही यह मूड स्विंग्स को भी मैनेज करती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि डार्क चॉकलेट मैग्नीशियम से भरपूर होती है जो मांसपेशियों को राहत महसूस करा सकती है।
3. ओट्स: ओट्स को हम ब्रेकफास्ट में खा सकते हैं क्योंकि ये काफी पौष्टिक होता है और इसमें ढेर सारा फाइबर होता है जो पेट को लंबे समय तक भरा रखता है। ओट्स में जिंक और मैग्नीशियम भी पाया जाता है, जो ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करने में मदद करता है। अगर आपको लगता है कि जब आपकी तबीयत खराब है तो आप ओट्स कैसे खा सकते हैं, तो आप ओट्स के साथ इडली, पोहा बना सकते हैं।
4. हल्दी: हल्दी का इस्तेमाल ज्यादातर मसाले या दवाई के रूप में किया जाता है जिससे अगर हमारे शरीर पर कहीं भी दर्द होता है तो उसे कम करता है और हमारे शरीर को काफी आराम भी देता है।अगर आपको हल्दी खाने में कोई समस्या है तो आप दूध में हल्दी मिलाकर भी पी सकते हैं।
5. पानी: पानी हर बीमारी का इलाज है, अगर आप सही तरीके से पानी पीते हैं और हाइड्रेटेड रहते हैं तो यह आपके पीरियड क्रैम्प को काफी हद तक कम कर सकता है। अगर आपको पानी पीना पसंद नहीं है तो पानी से बने खाद्य पदार्थ जैसे तरबूज, संतरा, खीरा आदि खाने की कोशिश करें। गर्म पानी भी काफी राहत दे सकता है।
Disclaimer: यह सार्वजनिक रूप से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको किसी विशिष्ट सलाह की आवश्यकता है तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें।