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Premenstrual Syndrome: जानें पीएमएस के बारे में 5 महत्वपूर्ण बातें

हैल्थ : पीएमएस (प्रीमेनस्ट्रुअल सिंड्रोम) एक महिला के मासिक धर्म की एक सामान्य परिस्थिति है जो पुरुषों में नहीं होती है। यह मासिक धर्म के दौरान होने वाले शारीरिक, भावनात्मक और आचारिक परिवर्तनों का एक समूह है।

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Ayushi
15 Apr 2023
Premenstrual Syndrome: जानें पीएमएस के बारे में 5 महत्वपूर्ण बातें

5 Important Things About PMS

5 Important Things About PMS: पीएमएस (प्रीमेनस्ट्रुअल सिंड्रोम) एक मासिक धर्म के पहले के दिनों से संबंधित शारीरिक और भावनात्मक समस्याओं का एक विशिष्ट प्रकार है जो किसी भी महिला को प्रभावित कर सकता है। यह धारणा की गई है कि यह गर्भावस्था के पहले की स्थिति है, और इसकी वजह से यह पीरियड्स के दौरान विचार किया गया है, लेकिन इसका वैज्ञानिक प्रमाण अभी तक नहीं है। पूर्व मासिक धर्म सिंड्रोम (पीएमएस) एक महिला के शरीर में होने वाले बार-बार बदलते लक्षणों का समूह है जो नैचुरली मासिक धर्म की आपूर्ति के कुछ दिन पहले या धीरे-धीरे शुरू होने वाले मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में दिखाई देता है।  पीएमएस के लक्षण शारीरिक, जैसे कि पेट दर्द, सीने में तनाव, पीठ दर्द, सिर दर्द, स्तनों में सुन्नता, पैरों और हाथों का सुन्न हो जाना और मानसिक, जैसे कि चिड़चिड़ापन, चिंता, चिंता, थकान, नींद न आना, मूड स्विंग, गुस्सा, चिंता और ऐंठन हो सकते हैं।

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पीएमएस के बारे में कुछ जरूरी बात बताएं

1. शारीरिक लक्षण

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पीएमएस में महिलाओं को विभिन्न शारीरिक लक्षण हो सकते हैं, जैसे कि पेट में दर्द, सिरदर्द, पीठ और पैरों में सूजन, स्तनों में तनाव और तापमान में वृद्धि। यह लक्षण मासिक धर्म की शुरुआत से पहले होते हैं और धीरे-धीरे समाप्त हो जाते हैं।

2. भावनात्मक लक्षण

पीएमएस के दौरान महिलाओं को भावनात्मक परिवर्तन भी हो सकते हैं, जैसे कि चिड़चिड़ापन, चिंता, चिंतामयता, गुस्सा, थकान, अनिद्रा, और विचारों में बदलाव। यह भावनात्मक लक्षण पीएमएस के दौरान महिलाओं की रोमांचकारी प्रवृत्ति पर प्रभाव डाल सकते हैं।

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3. मनोवैज्ञानिक लक्षण

पीएमएस महिलाओं के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डाल सकता है। इसमें चिड़चिड़ापन, चिंता, थकान, उदासी, चिड़चिड़ापन, आत्महत्या विचार और नींद की कमी शामिल हो सकती है।

4. सामाजिक प्रभाव

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पीएमएस महिलाओं के सामाजिक जीवन पर भी प्रभाव डाल सकता है। यह संबंधों में कठिनाई, गुस्सा, चिड़चिड़ापन, आत्मविश्वास में कमी और काम की गुणवत्ता होता है।

5. आहार और व्यायाम का प्रभाव

पीएमएस के लक्षणों को आहार और व्यायाम भी प्रभावित कर सकते हैं। स्वस्थ आहार खाने, पर्याप्त पानी पीने और नियमित व्यायाम करने से PMS के लक्षण कम हो सकते हैं। इससे आपका इम्यूनिटी सिस्टम भी मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।

चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।

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