Dos And Donts After IVF: IVF (In Vitro Fertilization) एक नाज़ुक और तकनीकी प्रक्रिया होती है जिसमें विज्ञान और साइंस की कुछ तकनीकों का उपयोग किया जाता है ताकि प्रेगनेंसी पॉसिबल हो सके। IVF में, एक स्पर्म और एक अंडा पेट्री डिश में इनक्यूबेट किए जाते हैं और उनका गर्भाधान होता है। IVF एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है उन महिलाओं के लिए जो नेचुरल तरीके से कंसीव नहीं कर पा रही हो या उन्हें कोई बच्चा पैदा करने से जुड़ी समस्या हो जैसे कि गर्भाशय के आंतरिक घाव, ओवारियन सिंड्रोम, या अंडाशय के किसी अन्य कारण। लेकिन इस प्रोसेस में बहुत सावधानी रखना भी काफी एहम हो सकता है वरना कई मुश्किलें पैदा हो सकती है।
IVF के बाद इन नियमो का पालन करना बेहद ज़रूरी हो सकता हैं
1. भरपूर आराम ज़रूरी हैं
IVF एक अत्यधिक शारीरिक और तनावदायक प्रक्रिया हो सकती है, और इसमें अधिकांश महिलाओं को साइकोलॉजिकल, फिजिकल और इमोशनल स्तर पर बदलाव का सामना करना पड़ता है। IVF के बाद, शरीर को पूरी तरह से आराम और विश्राम की आवश्यकता होती है ताकि वह गर्भधारण प्रक्रिया को सही ढंग से समझ सके और उसका सहारा ले सके। इसके अलावा, इस प्रक्रिया के दौरान शरीर में दवाओं के प्रयोग के कारण कई बार शारीरिक और मानसिक थकावट की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, IVF के बाद शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को समय देना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए योग और मेडिटेशन जैसी ध्यान तकनीकें भी मददगार हो सकती हैं।
2. पोषण से भरा खाना
खाने में पोषण से भरपूर आहार लेना आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व, विटामिन्स, और मिनरल्स प्रदान करता है जो आपके और आपके शिशु के लिए महत्वपूर्ण हैं। जैसे
- प्रोटीन- उच्च प्रोटीन आहार जैसे कि अंडे, दूध और दूध के उत्पाद, दाल, मांस, मछली, और टोफू।
- फल और सब्जियां- फल और सब्जियों में विटामिन, फाइबर, और विभिन्न पोषक तत्व होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- अनाज- अनाज जैसे कि धान, चावल, अनाज, रोटी, और दाल अच्छे आहार के स्रोत होते हैं।
- दूध और उसके उत्पाद- दूध, पनीर, दही, और अन्य दूध के उत्पादों में कैल्शियम और प्रोटीन होता है जो मां और शिशु के लिए महत्वपूर्ण है।
3. हाइड्रेटेड रहे
इस प्रक्रिया के दौरान और बाद में, आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है ताकि वह सही ढंग से काम कर सके। IVF प्रक्रिया में और बाद में, बहुत से दवाओं का उपयोग होता है जो शरीर के तरल रसायनों को संतुलित रखने के लिए जरूरी होता है। इन दवाओं के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं, जिनमें शरीर से पानी की अधिकता हो सकती है, जिससे आप डिहाइड्रेटेड हो सकते हैं। इसके अलावा, IVF के बाद महिलाओं को अक्सर थकावट और तनाव का सामना करना पड़ता है, जो भी पानी की अधिक आवश्यकता को बढ़ा देता है। हाइड्रेटेड रहना शरीर के लिए महत्वपूर्ण है। यह शरीर की कोशिकाओं, अंगों, और अंगों की फुटी हुई ऊर्जा को दूर करने में मदद करता है और संतुलित तापमान और फैट कण्ट्रोल रखता है। इसलिए, IVF के बाद पानी की पर्याप्त मात्रा में पीना बहुत महत्वपूर्ण है। आपको दिन में 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए।
4. प्रॉपर मेडिकेशन
IVF के बाद डॉक्टर द्वारा प्राप्त मेडिकेशन की सख्ती से पालना बहुत महत्वपूर्ण होता है। IVF प्रक्रिया में दवाओं का महत्वपूर्ण भूमिका होती है जो गर्भाधान प्रक्रिया को सहायक बनाती हैं और गर्भवती होने की संभावना को बढ़ाती हैं। इन मेडिकेशन को नियमित और सही समय पर लेना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि वे सही तरीके से काम कर सकें और आपके शारीरिक प्रक्रिया को संतुलित रख सकें। डॉक्टर द्वारा सलाह दी गई मेडिकेशन को पूरी तरह से नियमित रूप से लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है।
5. भारी या ज्यादा एक्सरसाइज ना करे
IVF प्रक्रिया एक नाज़ुक समय होता है और आपके शरीर को शांति और संतुलितता की आवश्यकता होती है ताकि यह प्रक्रिया सफल हो सके। भारी या ज्यादा व्यायाम करने से शरीर की ऊर्जा की हानि हो सकती है और इससे आपके शरीर का संतुलन बिगड़ सकता है। यह IVF के प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है और गर्भाधान के बाद भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
6. सेक्सुअल इंटरकोर्स
IVF के बाद सम्बंध बनाने से बचना अच्छा होता है। संभोग के दौरान या उसके बाद के दिनों में, महिला के शरीर में कई प्रकार की शारीरिक परिवर्तन होते हैं, जो प्रजनन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अलावा, वैजिनल ब्लीडिंग, इन्फेक्शन या अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं, जो IVF प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं।
6. बाथटब या पूल में नहाने से बचे
बाथटब या पूल का पानी इन्फेक्शन के जोखिम को बढ़ा सकता है और IVF मेथड को प्रभावित कर सकता है। साथ ही, बाथटब या पूल में नहाने से तापमान भी बढ़ सकता है, जो IVF के बाद आपकी कंडीशन को ख़राब बना सकता है।
7.होम प्रेग्नेंसी टेस्ट
IVF के बाद, आपको डॉक्टर की सलाह के अनुसार प्रतीक्षा करना चाहिए जिसके बाद प्रेग्नेंसी की जांच की जा सकती है। आईवीएफ प्रक्रिया में गर्भधारण की संभावना कभी- कभी बहुत कम हो सकती है इसलिए, अपने डॉक्टर द्वारा तय किये समय से पहले होम प्रेग्नेंसी टेस्ट करना न केवल अप्रभावी हो सकता है, बल्कि यह भी आपको मानसिक तनाव में डाल सकता है।
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