FAQs About Vaginal Dryness: वजाइनल ड्राइनेस महिलाओं में एक आम समस्या है जो ज्यादातर मेनोपॉज के दौरान होती है लेकिन कुछ महिलाओं में यह पहले भी हो जाती है। महिलाओं में जब उनके एस्ट्रोजन लेवल में कमी आती है तब वजाइनल टिश्यू पतले और ड्राई पड़ जाते हैं जिसके कारण वजाइनल ड्राइनेस की समस्या होती है। एस्ट्रोजन हॉर्मोन आपके वजाइना को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। वजाइनल ड्राइनेस के कारण बहुत सारा दर्द झेलना पड़ता है। इससे आपका लाइफस्टाइल भी प्रभावित होता है आइए इससे जुड़े कुछ सवाल जानते हैं-
जानें वजाइनल ड्राईनेस से जुड़े इन सवालों के जवाब
क्या वजाइनल ड्राइनेस सिर्फ मेनोपॉज के कारण होती है?
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, वजाइनल ड्राइनेस के महिलाओं में बहुत सारे कारण हो सकते हैं जैसे कि ब्रेस्टफीडिंग, बर्थ कंट्रोल पिल्स, स्मोकिंग, डिप्रेशन, कैंसर ट्रीटमेंट, स्मोकिंग, इम्यून डिसऑर्डर, स्ट्रेस, चाइल्डबर्थ, इंटेंस वर्कआउट, ओवरीज़ को सर्जिकल तरीके से रिमूव कर देना आदि इसके कारण हो सकते हैं।
वजाइनल ड्राइनेस में आपको क्या कठिनाइयां सहन करनी पड़ती हैं?
वजाइना के ड्राई होने के कारण बर्निंग और इचिंग हो सकती है। आपको सेक्स के बाद ब्लीडिंग का सामना करना पड़ सकता है और आपके वल्वा में दर्द होता है। इसके साथ ही आपको दुबारा UTI या यीस्ट इन्फेक्शन हो सकता है और नॉर्मल एक्टिविटीज करने में भी दिक्कत या फिर परेशानी आ सकती है क्योंकि ऐसे में वजाइना में नमी की कम मात्रा आपके वल्वा एरिया को भी ड्राई करेगी जिससे आपको इरिटेशन महसूस होगी और आप अंडरवियर पहनने में भी परेशानी महसूस करेंगे।
मेनोपॉज के दौरान वजाइनल ड्राइनेस के क्या कारण है?
महिलाओं में वजाइनल ड्राइनेस का कारण एस्ट्रोजन लेवल का कम होना है और जब हॉर्मोन लेवल कम होता है तब वजाइना के टिशू ज्यादा पतले और इरिटेट भी हो जाते हैं जिसके कारण ऐसी समस्या होती है।
क्या वजाइनल ड्राइनेस अपने आप सही हो सकती है?
वजाइनल ड्राइनेस अपने आप ठीक नहीं होती है। अगर आप इसका समय पर इसके ट्रीटमेंट नहीं करवाते हैं तो आपके लक्षण और भी ज्यादा खराब हो सकते हैं। कुछ महिलाओं को यह समस्या उम्र के कारण होती है लेकिन कुछ महिलाओं को इसके लक्षण उम्र के कारण दिखाई नहीं देते हैं। इसलिए आपको इसका ट्रीटमेंट जरूर करवाना चाहिए।
सेक्स के दौरान वेजाइनल ड्राइनेस कैसे प्रभावित करता है?
वजाइनल ड्राइनेस के साथ आपकी सेक्स लाइफ बहुत ज्यादा प्रभावित होती है। पार्टनर के साथ आपके संबंधों में दूरियां आने लग जाती हैं क्योंकि इससे आपको सेक्स के दौरान दर्द महसूस होता है और बहुत ज्यादा डिसकम्फर्ट भी महसूस करते हैं। इसके अलावा वजाइनल डिसचार्ज होता है। इसके लिए आप फोरप्ले में शामिल होइए और लुब्रिकेशन का इस्तेमाल करें।
इसका ट्रीटमेंट कैसे किया जा सकता है?
वजाइनल ड्राइनेस के ट्रीटमेंट के लिए आप मॉइश्चराइजर अप्लाई कर सकते हैं जिससे आप वजाइना में मॉइश्चर को वापस ला सकते हैं। इसके साथ ही लुब्रिकेंट भी अप्लाई कर सकते हैं। इससे सेक्स भी कम पेनफुल होगा। आप लुब्रीकेंट भी इस्तेमाल कर सकते है। ऑयल बेस्ड या फिर पेट्रोलियम जेली लुब्रिकेशन को इस्तेमाल मत करें क्योंकि इनका इस्तेमालकरने से कंडोम फट सकता है। इसके अलावा आप ओस्पेमीफीन (ओस्फेना), सेलेक्टिव एस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर (एसईआरएम) मेडिकेशन का उपयोग कर सकते जो पेनफुल इंटरकोर्स को भी ट्रीट करती है। ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही महिलाओं को इसके इस्तेमाल के लिए सुझाव नहीं दिया जाता है। इसके अलावा DHEA जो एक वजाइनल सपोसिटरी है इसे भी मेनोपॉज महिलाएं पेनफुल इंटरकोर्स को कम करने के लिए यूज़ कर सकती हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।