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women's Menopause: एक महिला के जीवन में मेनोपॉज वो फेस है जब उसके पीरियड्स आना हमेशा के लिए बंद हो जाते हैं और वो आगे भविष्य में कभी भी कंसीव नहीं कर सकेगी। जैसे जब पहली बार किसी लड़की को पीरियड्स आते हैं तो वो मानसिक और शारीरिक बदलाव से गुजरती है वैसे ही वो मेनोपॉज के वक्त भी महसूस करती हैं। हम आपको बताते हैं मेनोपॉज के बारे में ऐसी चीजें जिसकी जानकारी हर महिला को होनी चाहिए।
मेनोपॉज के बारे में जानिए कुछ बातें
- ज्यादातर महिलाओं को मेनोपॉज 51 साल की उम्र में होता है लेकिन कई बार सिम्टम्स आपको 30-35 साल की उम्र में भी देखने मिल सकती है कई बार किसी मेडिकल कंडीशन के कारण भी एक महिला का उम्र से पहले मेनोपॉज हाे जाता है।
- मेनोपॉज के बाद से अक्सर एक महिला का सेक्सुअल फंक्शन कम होने लगता है। इसका कारण वजाइना ड्राइनेस और दिस्कंफर्ट हो सकता है।
- एक महिला के मेनोपॉज आने के बाद से कई बीमारियों से ग्रसित होने के चांसेज बढ़ जाते हैं जैसे कि यूरिन इंकोंटिनेंस आदि।
- कई बार आपके वेट पर भी मेनोपॉज का असर देखने मिलता है लेकिन सही डायट, एक्सससाइज़ से आप इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
- मेनोपॉज के कारण आपके शरीर में एस्ट्रोजेन की कमी हो जाती है जिससे आपके शरीर में कैल्शियम की कमी होने लगती है और आपका बोन डेंसिटी भी कम होने लगता है। जिससे बोन फैक्चर आदि के चांसेज बढ़ जाते हैं। वेट ट्रेनिंग रेगूलर एक्सरसाइज और सही डायट से आप इससे डील कर सकते हैं।
- एक महिला अपने मेनोपॉज के वक्त ज्वाइंट पेन, मसल पेन आदि महसूस करती है साथ ही मूड स्विंग्स भी आमतौर पर मेनोपॉज के लक्षण हैं।
- कई महिलाएं मेनोपॉज के वक्त अपने स्लीप साइकिल में डिस्टर्बेंस भी नोटिस करती हैं। आप इससे डील करने के लिए रात को कैफ़ीन अवॉइड करें साथ ही रूम में अंधेरा करके और सही टेंप्रेचर कर के सोए।
- कई महिलओं में मेनोपॉज के वक्त डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसे मानसिक समस्या भी देखने को मिले हैं आप अपने मानसिक स्वास्थ पर कम करके इन बिमारियों से दूर रह सकते हैं बेहतर यही होगा ही आप रोज कुछ देर ध्यान और योग करें।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।