How To Manage Anxiety In Menopause? महिलाएं अपने जीवन में कई पड़ाव से गुजरती हैं। उन्हीं में से एक है- मेनोपॉज। जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है। आमतौर पर 45 से 55 के उम्र में मेनोपॉज फेज जाते हैं, जो पीरियड साइकल को पूरी तरह से बंद हो जाने का संकेत देते हैं। जिस कारण महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं और ऐसी स्थिति में महिलाएं अनेक समस्याओं से जूझने लगती हैं। महिलाएं मेनोपॉज के दौरान एंग्जायटी का शिकार हो जाती है। इसे लेकर अक्सर महिलाएं परेशान रहती हैं कि स्थिति से कैसे बाहर निकल जाएं, तो ऐसी स्थिति में आप सबसे पहले एंग्जाइटी के लक्षणों को जानें फिर उसी अनुसार उससे बचाव की कोशिश करें।
मेनोपॉज में क्यों होती है एंग्जायटी?
मेनोपॉज में एंग्जायटी का होना एक सामान्य लक्षण है। जिससे महिलाओं के मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है। यह आमतौर पर महिलाओं के शरीर में हो रहे हार्मोनल परिवर्तन के कारण होते हैं। ऐसे में उनके शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है और उनका मेंस्ट्रुएशन प्रभावित हो जाता है। जिस कारण सेरेटोनिन काम करना बंद कर देता है, जो कि शरीर में गुड हार्मोन का काम करता है। जिसके प्रभावित हो जाने से महिलाओं के ओवरऑल हेल्थ इफेक्ट हो जाती है और ना चाहते हुए भी मेनोपॉज में महिलाएं एंग्जायटी का शिकार हो जाती है।
मेनोपॉज में एंग्जाइटी के लक्षण
- अधिक पसीने आना
- मितली व थकान महसूस करना
- हार्टबीट का तेज चलना
- पैनिक अटैक आना
- हाथ व पैर में कपकपी होना
- सिर दर्द
- सांस लेने में दिक्कत महसूस होना
- गला सूखा हुआ महसूस होना
- चेस्ट में दर्द होना
मेनोपॉज में एंग्जायटी को कम करने के उपाय
1. हेल्दी फूड लें
हेल्दी फूड लेने से एंजायटी को कम करने में मदद मिल सकती है, इसलिए मेनोपॉज में महिलाओं को हेल्दी फूड का ही सेवन करना चाहिए। जो बीमार होने के जोखिम को कम करता है। इसके लिए आप हरी सब्जियां व फल का सेवन कर सकती हैं।
2. मेडिटेशन करें
एंग्जायटी को खत्म करने में मेडिटेशन एक बेहतर उपाय साबित होता है। जिससे मेंटल हेल्थ में सुधार होता है और एंग्जायटी जैसी समस्याओं को कम करने में मदद भी मिलती है। इसके लिए आप नियमित तौर पर मेडिटेशन करें।
3. रिलैक्स रखें खुद को
मेनोपॉज में अक्सर महिलाएं खुद में लो फील करने लगती है, जो एंग्जायटी की समस्या को बढ़ाने का काम करता है, इसलिए इस दौरान खुद को रिलैक्स रखने की कोशिश करें। इसके लिए आप मेडिटेशन या ब्रीदिंग एक्सरसाइ की मदद ले सकती हैं, जो रिलैक्स रखने में मदद करेगा और जिससे मेंटल हेल्थ भी सही बना रहेगा।
4. एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज करने से तनाव कम होता है और एनर्जी का स्तर शरीर में बढ़ता है, इसलिए मेनोपॉज में हर महिलाओं को नियमित तौर पर रोजाना एक्सरसाइज करना चाहिए। जो एंग्जायटी से लड़ने में मदद करता है। इसके लिए आप वॉक या ब्रीदिंग एक्सरसाइज कर सकती हैं, जो मूड को फ्रेश रखता है।
5. काउंसलिंग की मदद लें
यदि आप मेनोपॉज में काफी ज्यादा एंग्जायटी के लक्षणों से पीड़ित हैं, तो ऐसे में आप किसी एक्सपर्ट की मदद से काउंसलिंग सेशन ले सकती हैं, जो इस दौरान कई महिलाओं के लिए कारगर साबित होता है। इसके लिए आप टॉकिंग थेरेपी की भी मदद ले सकती हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।