How to Safely Return to Fitness: प्रसव के बाद शरीर में बड़े बदलाव आते हैं और ऐसे समय में धीरे-धीरे और सावधानीपूर्वक फिटनेस में वापसी करना बहुत जरूरी है। आपका शरीर गर्भावस्था और प्रसव के दौरान काफी मेहनत करता है, इसलिए इसे पुनःसक्रिय करने के लिए सही तरीके से शुरुआत करना महत्वपूर्ण है। प्रसव के बाद किसी भी व्यायाम कार्यक्रम को शुरू करने से पहले, हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें, खासकर यदि सिजेरियन डिलीवरी हुई हो या गर्भावस्था में कोई जटिलता रही हो।
इन तरीकों से रखें खुद को फिट
हल्की गतिविधियों से शुरुआत करें
पहले कुछ हफ्तों तक, शरीर को पूरी तरह से आराम देने के बाद ही व्यायाम शुरू करें। हल्की चलने की आदत डालें, जो सबसे सुरक्षित तरीका है शरीर को धीरे-धीरे सक्रिय करने का। शुरू में केवल 10-15 मिनट तक टहलें, फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। इससे आपकी मांसपेशियों में तनाव नहीं होगा और आपका शरीर धीरे-धीरे रिकवर करेगा। साथ ही, यह मानसिक रूप से भी ताजगी देगा, क्योंकि प्रसव के बाद मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी उतना ही जरूरी है।
पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज पर ध्यान दें
डिलीवरी के बाद पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे यूरिन लीकेज या अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसे मजबूत करने के लिए किगल एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद होती है। दिन में कुछ मिनटों के लिए किगल एक्सरसाइज करें। इसे नियमित रूप से करने से पेल्विक फ्लोर मजबूत होगा और आपको भविष्य में इससे जुड़ी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
धीरे-धीरे स्ट्रेंथ ट्रेनिंग शुरू करें
जब आप चलने और हल्की एक्सरसाइज में सहज महसूस करें, तो धीरे-धीरे हल्के वजन से स्ट्रेंथ ट्रेनिंग शुरू कर सकती हैं। यह आपकी मांसपेशियों को मजबूत करेगा और शरीर की टोनिंग में मदद करेगा। याद रखें, शुरुआत में कम वजन और कम रेप्स से शुरुआत करें, फिर धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।
योग और स्ट्रेचिंग का महत्व
प्रसव के बाद शरीर की लचीलापन और शक्ति को बढ़ाने के लिए योग और स्ट्रेचिंग बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इससे आपकी मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं और तनाव कम होता है। योगासन से आपका शरीर शांत होता है और इससे आपको मानसिक संतुलन भी मिलता है। डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज से आपको आंतरिक शांति का अनुभव होगा, जो आपके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है।
हाइड्रेशन और न्यूट्रिशन
शारीरिक गतिविधियों के साथ-साथ पर्याप्त हाइड्रेशन (पानी पीना) और न्यूट्रिशन (सही पोषण) का होना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। व्यायाम के दौरान शरीर अधिक ऊर्जा और पानी की मांग करता है, जिससे हाइड्रेटेड रहना ज़रूरी हो जाता है। सही मात्रा में पानी पीने से न केवल मांसपेशियों की थकान कम होती है, बल्कि शरीर से विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकलते हैं। इसके साथ ही, पौष्टिक आहार जैसे प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, और स्वस्थ वसा का सेवन शरीर को तेजी से रिकवर करने में मदद करता है और एक्सरसाइज के लाभों को अधिक प्रभावी बनाता है।