Post Abortion Care: अबॉर्शन के बाद महिलाओं की देखभाल के लिए संवेदनशीलता और सहानुभूति की जरूरत होती है। उन्हें अपने शारीरिक और भावनात्मक संतुलन को पुनः स्थापित करने के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। अबॉर्शन करवाने की वजह हो सकती है, ये समय गिल्ट और क्रोध से भरा होता है किसी भी महिला के लिए। मानसिक स्वास्थ्य का सम्मान करने और अपने जीवन को नई ऊर्जा और संवेदनशीलता के साथ फिर से आगे बढ़ने का साहस दिखाना चाहिए। अबॉर्शन कराने वाली महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे खून की कमी, कमर में दर्द, तनाव, चिंता और अन्य। ऐसे में महिलाओं को अपनी देखभाल करने की बहुत जरूरत होती है और इस दौरान पार्टनर का सपोर्ट भी जरूरी होता है। आइए जानें की कैसे अबॉर्शन की बाद आप अपनी देखभाल कर सकती हैं।
अबॉर्शन के बाद अपनी देखभाल कैसे करें
खान पान का रखें ध्यान
अबॉर्शन के बाद शरीर में बहुत कमज़ोरी आ जाती है और इस समय कुछ खाने का भी मन नहीं करता मगर इस बात को समझे की आपकी हैल्थ का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। खाने में हरी सब्जियां, फल, अदरक, लहसुन और दूध को शामिल करें। इस समय कोला, जंक फ़ूड और प्रोसेस्ड फूड से बचें। सेहत पर बुरा असर डालने वाली चीजों का सेवन न करें।
शरीर में पानी की कमी न हो
अबॉर्शन के बाद शरीर में पानी की कमी हो सकती है, ऐसे में आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए और बेहतर होगा अगर आप गरम पानी पीए इससे आपको कब्ज की समस्या से बचने में मदद मिलेगी। डिहाइड्रेशन न हो इस बात का ध्यान रखें, नारियल पानी और डेयरी प्रोडक्ट्स पीए।
भारी काम करना अवॉयड करें
प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को बोला जाता है की वे भारी काम न करें ऐसे ही अबॉर्शन के दौरान बॉडी बहुत कमज़ोर होती है। ऐसे में कपड़े धोने, बर्तन धोने, पानी की बाल्टी उठाने और वजनदार चीजों को उठाने से बचें। व्यायाम न करें और आराम करें जितना हो सकें।
शरीर की मसाज करें
शारीरिक मालिश से तनाव को कम किया जा सकता है और शारीरिक सुख स्थापित किया जा सकता है। इसके अलावा, गर्भपात के बाद होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में मालिश कारगर साबित हो सकती है। यह तेल के इस्तेमाल के साथ किया जाना चाहिए जो आपकी त्वचा के लिए सुरक्षित हो। इसे किसी पेशेवर मसाज थेरेपिस्ट से कराना सुरक्षित और अनुभवी होता है।
तुरंत प्रेगनेंट होने से बचें
अबॉर्शन के बाद हालांकि प्रेगनेंसी की कोई निश्चित समयसीमा नहीं होती है, लेकिन सामान्य रूप से विशेषज्ञों की सलाह का पालन करना बेहतर होता है। अधिकांश महिलाएं अंतिम गर्भपात के तीन महीने बाद सेक्स करना शुरू कर सकती हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।