If there is delay in periods then consume these foods: महिलाओं के जीवन में मासिक धर्म (Periods) एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन कभी-कभी इसमें देरी हो सकती है। Periods में देरी होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे तनाव, हार्मोनल असंतुलन, वजन में परिवर्तन, और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ। यदि आपको भी Periods में देरी का सामना करना पड़ रहा है, तो कुछ प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का सेवन करके इस समस्या को कम किया जा सकता है। यहाँ हम उन प्रमुख खाद्य पदार्थों के बारे में बात करेंगे जो Periods को नियमित करने में सहायक हो सकते हैं।
Periods में हो रही है देरी तो इन खाद्य पदार्थों का करें सेवन
1.अदरक
अदरक अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। अदरक का सेवन मासिक धर्म को नियमित करने में सहायक हो सकता है। इसे चाय में डालकर, कच्चा चबाकर, या अदरक का रस शहद के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मासिक धर्म के दर्द को भी कम करते हैं।
2. हल्दी
हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है। इसमें करक्यूमिन होता है जो हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करने में मदद करता है। दूध में हल्दी मिलाकर सेवन करने से मासिक धर्म को नियमित किया जा सकता है। यह शरीर को गरम रखता है और रक्त संचार को सुधारता है।
3. पपीता
पपीता मासिक धर्म को नियमित करने में अत्यंत प्रभावी माना जाता है। इसमें कैरोटीन होता है जो एस्ट्रोजन हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाता है। इससे गर्भाशय की दीवारें मजबूत होती हैं और मासिक धर्म नियमित हो सकता है। कच्चे पपीते का जूस या पका हुआ पपीता खाने से लाभ मिलता है।
4. गुड़
गुड़ में आयरन और अन्य आवश्यक खनिज पाए जाते हैं जो शरीर में रक्त संचार को सुधारते हैं। यह मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन को भी कम करता है। गुड़ का सेवन सीधे या इसे गर्म पानी या दूध में मिलाकर कर सकते हैं।
5. सौंफ
सौंफ में फाइटोएस्ट्रोजन होते हैं जो मासिक धर्म को नियमित करने में मदद करते हैं। इसे चबाकर या सौंफ के बीजों को पानी में भिगोकर उस पानी को पी सकते हैं। सौंफ चाय भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
6. तिल के बीज
तिल के बीज मासिक धर्म को नियमित करने में सहायक होते हैं। इनमें लिगनेंस होते हैं जो हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करते हैं। तिल को भूनकर इसका पाउडर बनाकर गुड़ के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
7. एलोवेरा जूस
एलोवेरा जूस हार्मोनल असंतुलन को दूर करने में मदद करता है। इसे शहद के साथ मिलाकर रोजाना सुबह सेवन करें। इससे मासिक धर्म नियमित होता है और गर्भाशय की सेहत भी सुधरती है।