Indian Women are Low On Nutrition: भारतीय महिलाओं में कई कारणों की वजह से पोषण की कमी रहती है। इन कारणों में कल्चरल और ट्रेडिशनल मुख्य कारण हैं, जिसमें औरतें खुद को पहल नहीं देती और अपनी पोषण संबंधी ज़रूरतें इग्नोर कर अपने परिवार के पोषण को प्राथमिकता देती हैं। इस कारण महिलाएं कम मात्रा या कम पोषक तत्वों वाले भोजन का सेवन करतीं हैं। इसके इलावा अपर्याप्त शिक्षा और जागरूकता भारतीय महिलाओं में पोषण की कमी का कारण रही है। महिलाओं को संतुलित आहार के महत्व, प्रोटीन के एडिशनल सोर्सेज और जीवन के अलग-अलग स्टेजेस में पोषण की ज़रूरतों की पर्याप्त जानकारी ही नहीं है। सिर्फ गर्भावस्था या दर्द के दौरान ही महिलाओं के पोषण पर ध्यान दिया जाता है जबकि महिलाओं को हर दिन प्रॉपर न्यूट्रिशन की ज़रूरत होती है।
भारतीय महिलाओं में पोषण की कमी लेकिन अब बदलाव जरुरी
इसे फिक्स करने के लिए
- ज़रूरत है कल्चरल और ट्रेडिशनल नॉर्म्स को चैलेंज करने की।
- हमें यह निश्चित करना पड़ेगा कि न्यूट्रिशनल फ़ूड तक महिलाओं की सामान्य पहुँच है।
- स्कूलों और कम्युनिटीज में लड़कियों की शिक्षा के लिए वर्कशॉप लगाई जाएँ।
इस तरह से औरतों को शिक्षित करने से उन्हें न्यूट्रिशनल फ़ूड की इम्पोर्टेंस पता चलेगी और वे अपनी सेहत को पहल दे पाएंगी।
Gytree.com ने इस प्रॉब्लम के मूल कारणों का विश्लेषण कर औरतों के स्वास्थ्य के मुद्दों को काफी हाईलाइट किया है-
- आधी से ज्यादा भारतीय महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं।
- 35% से अधिक महिलाएं अंडरवेट हैं।
- केवल 10% भारतीय महिलाएं ही संतुलित आहार लेती हैं।
- 50% के करीब भारतीय महिलाओं में विटामिन डी की कमी है।
- 80% के लगभग भारतीय महिलाएं पर्याप्त कैल्शियम नहीं लेती हैं।
- सिर्फ 20% भारतीय महिलाओं के शरीर में ही सफिशिएंट आयरन होता है।
एनीमिया बड़े पैमाने पर है
भारतीय महिलाएं में एनीमिया के कई कारण हैं। सबसे पहले तो उनके आहार में आयरन की कमी है। आयरन हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए एकआवश्यक मिनरल है, जो खून में ऑक्सीजन पहुंचाता है। पत्तेदार सब्जियां, बीन्स, मांस जैसे आयरन से भरपूर फूड्स और विटामिन सी के कम सेवन से आयरन उनके खून में अब्सॉर्ब नहीं हो पाता जिससे एनीमिया होता है। इसलिए डॉक्टर भारतीय महिलाओं को आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं।
प्रोटीन की कमी
बहुत भारतीय महिलाएं चावल, गेहूं और दाल जैसे आहार पर निर्भर होती हैं, जिनमें कार्बोहाइड्रेट ज़्यादा और प्रोटीन की कमी होती है। इससे आगे चल कर प्रोटीन की कमी हो सकती है। भारतीय औरतों में प्रोटीन की कमी, उनके शाकाहारी खाने को इम्पोर्टेंस की वजह से भी है। वेज फ़ूड को भी संतुलित आहार माना जाता है, लेकिन उसके लिए प्रॉपर प्लानिंग की ज़रूरत होती है।
ट्रेडिशनल डाइट, कल्चरल प्रैफरेंसेज, सोशिओ-इकोनॉमिक्स कंडीशंस और सोशल नॉर्म्स के कारण भारतीय महिलाओं में अक्सर पोषण की कमी होती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए जागरूकता अभियान, प्रोटीन युक्त शाकाहारी सोर्सेज को प्रमोट करना, सामाजिक व आर्थिक स्थितियों में सुधार करना और कल्चरल नॉर्म्स में बदलाव की ज़रुरत है।