Masoor Ki Daal: बहुत काम की है मसूर की दाल

blog | sehat: मसूर की दाल स्वाद और पाचन दोनों में बहुत अच्छी होती है। मसूर की दाल को छौंककर या उबालकर दोनों तरह से प्रयोग किया जा सकता है। इसको सेवन से शारीरिक परेशानियां दूर होती हैं।

Prabha Joshi
02 Mar 2023
Masoor Ki Daal: बहुत काम की है मसूर की दाल Masoor Ki Daal: बहुत काम की है मसूर की दाल

मसूर की दाल के फायदे हैं अनेक

Masoor Ki Daal: मसूर की दाल भारत में बहुत पाई जाती है। यह बहुत तरह से मार्केट में उपलब्ध रहती है, जैसे–छिलका मसूर, धुले मसूर की दाल, कटी धुले मसूर की दाल और साबुत मसूर आदि। मसूर की दाल पाचन के लिए भारी नहीं होती ऐसे में इसका प्रयोग बहुत जरूरी हो जाता है।

मसूर की दाल में कई तरह के गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन मात्र से ही कई परेशानियों में शरीर को आराम मिल जाता है। मसूर की दाल में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे अनेक पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी2, विटामिन बी6 और विटामिन सी जैसे विटामिंस पाए जाते हैं।

मसूर की दाल के क्या फायदे हैं 

मसूर की दाल कई तरह की शारीरिक परेशानियों में काम आती है। पाचन में आसान और स्वाद में लाजवाब होने के चलते इसे शारीरिक परेशानियों में खाने से फायदा पहुंचता है। आइए जाने मसूर की दाल के फायदे :-

गले दर्द में दे राहत

मसूर की दाल आकार में छोटी होती है और आसानी से चब जाती है। ऐसे में इसे देसी घी के साथ या उबली हुई खाने से किसी भी तरह की परेशानी नहीं होती। गले दर्द में मसूर की दाल आराम देती है। टॉन्सिल्स जैसी परेशानी में इसे देसी घी के साथ खाए जा सकता है।

बुखार में दे आराम 

बुखार में शारीरिक रूप से बहुत कमजोरी आ जाती है। ऐसे में मसूर की दाल सब तरह के पोषण बुखार से पीड़ित मरीज को दे देती है। धुले मसूर की दाल पतली-पतली बनाकर बुखार में देने से बुखार जल्दी उतर जाता है और शारीरिक कमजोरी नहीं होती।

दूर करे आंखों की कमजोरी 

जिन लोगों को आंखों की कमजोरी होती है उन्हें मसूर की दाल का सेवन करना चाहिए। मसूर की दाल में विटामिन ए और आयरन पाया जाता है। यह खून बढ़ाने का काम करती है।

पेट दर्द में दे राहत

क्योंकि मसूर की दाल पाचन में समस्या पैदा नहीं करती ऐसे में पेट दर्द में इसे आसानी से खाया जा सकता है। मसूर की दाल में फाइबर मौजूद होता है जिससे इसको खाने से पेट में कब्ज और पेट की अन्य समस्याएं नहीं होतीं।

गलने में है आसान

मसूर की दाल छोटी होती है तो आसानी से पक जाती है। चाहें किसी की भी बात हो, पेट में या पकाने में मसूर की दाल आसानी से प्रोसिस्ड हो जाती है। जब खाने में जल्दी हो तो मसूर की दाल बनाने से समय की बचत हो जाती है।

इस तरह मसूर की दाल के फायदे शारीरिक परेशानियों में बहुत राहत देते हैं। समय की बात हो या कोई बीमारी मसूर की दाल बहुत कम आती है। इसका एक हफ्ते में कई बार सेवन करने से शारीरिक कमजोरियां दूर होती हैं।

चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।

अगला आर्टिकल