Pet or Animals: जानवरों से प्यार करना अच्छी बात है लेकिन चलते-फिरते जानवरों को उठाकर उन्हें पुचकारना, टच करना या छूना आदि बीमारियां को पैदा कर सकता है। बाहर के जानवर ही नहीं, घर पर भी पैट्स से कुछ समस्याएं हो सकती हैं।
पालतू जानवर या बाहरी जानवरों से होने वाली समस्याएं
आज हम बात करेंगे कुछ समस्याएं की जो किसी भी जानवर से हो सकती हैं, आइए जानें :-
- सांस की तकलीफ़ : अक्सर लोग प्यार में पालतू जानवरों को या बाहरी जानवरों को अपनी गोदी में उठा लेते हैं। आपको बता दें ऐसा करने से आपकी सांस के जरिए उनके शरीर में मौजूद बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इससे सांस से संबंधित परेशानी जैसे सांस लेने में दर्द हो सकता है।
- पेट के रोग : चाहें जानवर कैसे भी हों, जानवरों को छूने के बाद तुरंत साबुन से हाथ धोएं। ऐसा न करने से बॉडी के बैक्टीरिया या वायरस आपके हाथ के जरिए आपके पेट में जा सकते हैं जिससे पाचन संबंधी बीमारियां और अन्य रोग हो सकते हैं।
- रेबीज : वैसे तो सभी लोग अपने पालतू जानवरों को टीके लगवा लेते हैं लेकिन फिर भी जानवरों के काटने पर रेबीज जैसी बीमारी पैदा हो सकती हैं। कभी भी जानवरों के काटने पर प्रभावित क्षेत्र को डिटॉल से साफ करें और तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- पॉटी : जानवरों की पोटी से भी कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती हैं। ऐसे में पालतू जानवरों की पॉटी के लिए विशेष डिस्पोजल रखें।
- रिंगवार्म : यह जानवरों से होने वाली एक तरह की समस्या है जिसमें सांस लेने में तकलीफ, दस्त, पेट में दर्द और मल में खून आने जैसी समस्या होती है। इसके साथ ही त्वचा में गोल निशान जगह-जगह पैदा हो जाते हैं।
- कंसल्टेशन : इसके साथ ही अपने पैट की समय-समय पर जांच करवाएं। किसी भी तरह की समस्या दिखने पर विशेषज्ञ से सलाह लें। अपने पैट की परेशानी को इग्नोर करना अपनी ही परेशानी को मोल लेना है।
- बच्चों : छोटे-छोटे बच्चे जानवरों को छूने के प्रति उतावले होते हैं लेकिन बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। ऐसे में किसी भी तरह की बच्चों की जिद पर बच्चों को समझाएं। बच्चों के जानवरों से संपर्क के बाद उन्हें अच्छे से नहला दें या संपर्क में आए क्षेत्र को वॉश करवाएं।
इसके अलावा भी जानवरों से कई तरह की परेशानियां पैदा हो जाती हैं। ऐसे में जानवरों को छूने के बाद तुरंत एंटीबैक्टीरियल साबुन से हाथ धोएं तभी अपनी चीजें छुएं या अपना कार्य शुरू करें। जानवरों से प्रेम अच्छा है पर दीवानापन खतरनाक हो सकता है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।