Signs Of Labour Pains: लेबर पेन कष्टदायक हो सकता है। प्रसव पीड़ा गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए सामान्य होता है, लेकिन कई महिलाओं को इससे अधिक तकलीफ होती है। इसमें पीरियडिकल क्रैम्प्स के समान दर्द, पीठ और कमर के दर्द और पेट में भारीपन या दबाव का अनुभव किया जा सकता है। लेबर पेन की तकलीफ को कम करने के लिए कुछ उपायों को आजमाया जा सकता है जैसे हॉट शावर या हॉट पैड का उपयोग करना, गहरी साँस लेने और ध्यान देने की तकनीकें सीखना, मसाज और योग का अभ्यास करें आदि।
ये हो सकते हैं डिलीवरी के पहले लेबर पेन के कुछ आम लक्षण
1. पीरियडिकल दर्द
नॉर्मली पीरियडिकल दर्द या मासिक धर्म क्रैम्प्स लेबर पेन के संकेत में शामिल होते हैं। यह दर्द पीरियड के क्रैम्प्स के समान होता है, लेकिन इसका अंतराल नियमित होता है और धीरे-धीरे बढ़ता है। यह दर्द आमतौर पर पेट के निचले हिस्से में महसूस होता है और गर्भाशय के मुंह के खुलने के समय अधिक होता है।
2. पेट में दबाव
पेट में दबाव भी लेबर पेन का एक संकेत हो सकता है। लेबर के दौरान, गर्भाशय में या पेट के निचले हिस्से में दबाव का अनुभव हो सकता है। यह दबाव गर्भाशय के ठीक अंदर के बाहर के भाग को खोलने का प्रयास हो सकता है, जिससे प्रसव का प्रक्रिया शुरू होती है। यह पेट में दबाव आमतौर पर गर्भावस्था के अंतिम तिमाही में अधिक होता है, लेकिन कुछ महिलाओं को इसे प्रसव के पहले संकेत के रूप में भी महसूस हो सकता है। इस दबाव के साथ ब्रेक्स और पीरियडिकल दर्द का संयोजन होता है, जो प्रसव की तैयारी का संकेत हो सकता है।
3. पीठ और कमर का दर्द
पीठ और कमर का दर्द भी लेबर पेन के एक संकेत हो सकता है। यह दर्द प्रसव के प्रारंभिक संकेतों में शामिल हो सकता है और गर्भाशय के ठीक अंदर के बाहर के भाग को खोलने की कोशिश का परिणाम हो सकता है।
4. गर्भाशय का मुँह खुलना
गर्भाशय के मुंह के खुलने के संकेत लेबर पेन का एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है, जिसे "ब्रेक्स" कहा जाता है। यह दर्द के साथ हो सकता है और आमतौर पर पीठ, कमर, और पेट के निचले हिस्से में महसूस होता है। ब्रेक्स के साथ गर्भाशय का मुंह धीरे-धीरे खुलने लगता है, जिससे प्रसव की प्रक्रिया आरंभ होती है। ब्रेक्स के दर्द का अंतराल नियमित होता है और धीरे-धीरे बढ़ता है। यह दर्द पीरियडिकल दर्द की तरह होता है, लेकिन इसका अंतराल बढ़ता जाता है और दर्द की गहराई बढ़ती जाती है।
5. शिशु की गतिविधि का बढ़ना
लेबर पेन का संकेत हो सकता है गर्भस्थ शिशु की गतिविधि का बढ़ना। जब गर्भस्थ शिशु जन्म के लिए तैयार होता है, तो उसकी गतिविधि में बदलाव हो सकता है, जिससे आपको पेट में दबाव, दर्द या अन्य अनुभव हो सकते हैं। इसे आमतौर पर "शिशु की हलचल" कहा जाता है। यह गर्भावस्था के आखिरी तिमाही में होता है जिसमे शिशु अक्सर अधिक हलचल करने लगता है, जिससे आपको अधिक दबाव महसूस हो सकता है। इसके अलावा, यह गतिविधि शिशु के मुख्य शिशु प्रसव के लिए तैयार होने का संकेत हो सकता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।