Strategies for Managing and Relieving Migraine Pain: माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल स्तिथि है, जिसमे हमें अत्याधिक तेज और पेनफुल सिरदर्द का सामना करना पड़ता है। यह एक ऐसा सिर दर्द होता है जो हमारे सिर के एक हिस्से में कंद्रित होता है, इसमें सिरदर्द के साथ उल्टी और ज्यादा प्रकाश और ध्वनि के कारण परेशानी भी शमिल होती है। यह एक सामान्य समस्या है जो दुनिया में बहुत से लोगों को प्रभावित करती है। यह कोई साधारण सर दर्द नहीं होता आगे जाकर हमारे स्वास्थ्य को बहुत प्रभावित करता है। इसके कारण व्यक्ति को काम, पढ़ाई और सामाजिक जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। माइग्रेम का कोई स्पष्ट कारण नहीं इसकी वजह तनाव, हार्मोनल परिवर्तन और पर्यावरण चेंज हो सकता है। तो आइए जानते हैं माइग्रेन की दिक्कत को कैसे दूर कर सकते हैं।
माइग्रेन को दूर करने के 5 उपाय
1. आराम और नींद
नींद और आराम करना हमारे स्वास्थ को कुशल बनाता है। हमें दिन में कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। अगर हम ज्यादा नींद या फिर पर्याप्त नींद नहीं ले पाते तो वह माइग्रेन का कारण बन सकता है। हर दिन एक ही समय पर सोने और उठने का समय निर्धारित कर ले इसकी वजह से हमारा बॉडी क्लॉक मेंटेन रहता है और माइग्रेन की प्रोब्लम कम होती है और तनाव भी कम होता है।
2. ध्यान और योग
जो लोग माइग्रेन से परेशान रहते है उनके लिए मेडिटेशन के बहुत अच्छा उपचार है। उसकी मदद से तनाव कम होता है और मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने में पूरा योगदान देता है। बहुत सारे ऐसे योग है जिसकी मदद से हम अपने शारीर और मन को संतुलित कर सकते है, जो माइग्रेन की तीव्रता को कम करता है। डीप ब्रेथिंग एक्सरसाइज करने से बॉडी में ऑक्सीजन फ्लो अच्छा होता है।
3. हाइड्रेशन और सही आहार
बॉडी को हाइड्रेट रखना बेहद आवश्यक है। हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त पानी पीना चाहिए। पानी की कमी से माइग्रेन की समस्या हो सकती है।नियमित रूप से पर्याप्त पानी पिए। सही आहार लेना भी जरूरी है, हमे समय–समय पर हल्का और पौष्टिक आहार लेना चाहिए। खाली पेट रहने से माइग्रेन की समस्या हो सकती है। अधिक कैफ़ीन का इस्तेमाल करना भी हानिकारक होता है।
4. शांत वातावरण
माइग्रेन के दौरान तेज रोशनी और शोर को बर्दाश्त करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए एक शांत और अंधेरे कमरे में आराम करना सबसे बेहतर उपाय है। माथे पर ठंडी या गर्म पट्टी रखने से आराम मिलता है। यह नसों की सूजन को कम कर सकता है और दर्द में राहत दिला सकता है। मन को शांत रखने के लिए सबसे बेहतर उपाय होता है मेडीटेशन और योग करना।
5. दवाओं का उपयोग
कभी–कभी इन सारे उपाय से राहत नहीं मिलने के कारण लोग दवाओं का उपयोग करते है। हल्के मामलों में पैरासिटामोल, एस्पिरिन, या इबुप्रोफेन दर्दनिरोधक दवाइयां फायदेमंद साबित होते है। त्रिप्टान्स एक ऐसे दावा है जो विषेश रूप से माइग्रेन के लिए बनाई गई है, यह दावा नसों की सूजन को कम करने का काम करती है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।