Symptoms Of Strokes In Females: ब्रेन स्ट्रोक का खतरा पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए होता है, लेकिन महिलाओं में यह खतरा थोड़ा अधिक होता है। महिलाओं में स्ट्रोक के आने का मुख्य कारण उनके और पुरुषों के बीच अंतर हैं। महिलाओं में हार्मोनल परिवर्तन, गर्भावस्था और मेनोपॉज जैसे अनेक कारक होते हैं, जो स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, महिलाओं में अधिक आयु के साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियां, डायबिटीज और बदलती जीवनशैली भी स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा सकती हैं। इसलिए, महिलाओं को भी अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए और नियमित चेकअप कराना चाहिए ताकि वे स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं से बच सकें।
Female Health: औरतों में मामूली दिखने वाले ये स्ट्रोक के लक्षण खतरनाक हो सकते हैं
ब्रेन स्ट्रोक आपके दिमाग के किसी हिस्से में खून की कमी या बंद हो जाने से होती है। यह खून की कमी उस हिस्से के सेल्स को नुकसानी पंहुचाती हैं, जिससे वहाँ के टिश्यू मर जाते हैं। अगर यह प्रक्रिया जल्दी रोकी नहीं जाती, तो वहाँ ज़िन्दगी भर के लिए नुक्सान पहुंच सकता हैं जो आपके दिमाग की शक्ति, भाषा या बातों को याद रखने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
1. बेहोशी
महिलाओं में स्ट्रोक के कारण बेहोशी हो सकती है। इस गंभीर स्थिति में, व्यक्ति बेहोश हो जाता है। यह एक स्थिति हो सकती है जब स्ट्रोक के प्रकोप के कारण दिमाग के किसी हिस्से का काम ठीक से नहीं करता है और व्यक्ति को बेहोशी का अनुभव होता है।
2. सांस लेने में दिक्कत
स्ट्रोक के कारण सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इस स्तिथि में अचानक सांस लेने में मुश्किल, फीफड़ों का सीधा या अधिक सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
3. व्यवहार में बदलाव
स्ट्रोक के कारण महिलाओं का व्यवहार अचानक बदल सकता है। यह आमतौर पर दिमाग के किसी हिस्से को नुक्सान पहुंचने के कारण होता है, जिससे उनके व्यवहार में तुरंत परिवर्तन हो सकता है। कुछ महिलाओं में स्ट्रोक के प्रकोप के बाद, उनका व्यवहार बदल सकता है, जैसे कि वे अचानक बेचैनी या अकेलेपन, अधिक चिंता या गुस्साइए महसूस कर सकती हैं। कभी कभी वे ज़रुरत से ज़्यादा इमोशनल भी महसूस कर सकती हैं।
4. देखने में परेशानी
स्ट्रोक के कारण आँखों में धुंधलापन प्रकट हो सकता है। यह बीमारी के प्रकोप के कारण हो सकता है जो दिमाग के किसी हिस्से की खून की पहुंच में बाधा डालता है, जिससे आंखों को उपयुक्त तरीके से काम नहीं कर पाती हैं। स्ट्रोक के प्रकोप के बाद, महिलाओं की दृष्टि में समस्याएं हो सकती हैं, जिससे उन्हें अचानक धुंधला या काम दिखाई देने लगते हैं।
5. शरीर के किसी हिस्से का सुन्न पड़ जाना
यह स्थिति अधिकतर एक तरफ के शरीर में होती है, जिसे हम "हेमिप्लेजिया" कहते हैं। इसका मतलब होता है कि स्ट्रोक के प्रकोप के कारण, शरीर का एक भाग, जैसे कि बाएं या दाएं हाथ और पैर, सुन्न पढ़ जाता है और सामान्य तरीके से काम नहीं करता है।
6. दिल पर असर
स्ट्रोक दिल को कंट्रोल करने वाले गतिविधियों में बाधा दाल सकती है, जिससे दिल के स्वाभाविक काम पर असर पड़ सकता है। यह स्थिति जानलेवा हो सकती है और स्ट्रोक के बाद व्यक्ति को दिल से जुडी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन महिलाओं में हृदय संबंधी परेशानियों में दिल की धड़कनों का बढ़ना, रीढ़ की हड्डी के किनारे की दर्द, दिल की दबाव या नियंत्रित न होने वाली समस्याओं का अनुभव शामिल हो सकता हैं।
7. बोलने में कठिनाई
स्ट्रोक के प्रकोप के कारण बोलने और समझने में अचानक गड़बड़ हो सकती है। स्ट्रोक के प्रकोप के बाद, महिलाओं को बोलने में मुश्किल, शब्दों को सही से बोलने में समस्या या समझने में कठिनाई की समस्याएं हो सकती हैं। वे सामान्य अकेले बात करने में परेशानी महसूस कर सकती हैं और दूसरों के साथ बातचीत करने में असहाय हो सकती हैं।
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