These 5 Things Should Be Avoided In Saavan: इस महीने में कुछ चीजों से परहेज करना सेहत के लिए बेहतर होता है सावन का महीना विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है, और इस दौरान खान-पान पर ध्यान देना आवश्यक होता है। सावन मास में हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। सावन में अनाहार (व्रत) बहुत महत्वपूर्ण होता है। व्रत करके भगवान शिव की पूजा की जाती है और शारीरिक और मानसिक शुद्धि के लिए यह उपयुक्त होता है।
सावन में इन 5 चीजों से करना चाहिए परहेज
1. मसालेदार और तली-भुनी चीजें
सावन महीने में बहुत से लोग व्रत रखते हैं। मसालेदार और तली-भुनी चीजें तामसिक होती हैं, जो तप और ध्यान में बाधा डाल सकती हैं। मसालेदार और तली-भुनी चीजें पेट में जलन और एसिडिटी का कारण बन सकती हैं, खासकर बरसात के मौसम में जब पाचन तंत्र धीमा हो जाता है। खाद्य पदार्थ जिनमें बहुत अधिक नमक हो सावन में उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए अत्यधिक नमक वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
2. हरी पत्तेदार सब्जियाँ
कुछ सब्जियाँ, जैसे कि पालक, मेथी, और घीकदी, सावन में थोड़े स्वाद में परिवर्तन कर सकती हैं। इसलिए, इन्हें बनाने के तरीके और मिश्रण में ध्यान दें ताकि उनका स्वाद बेहतर हो सके। इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों में कीड़े और बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है।
3. दही और छाछ
दही और छाछ ठंडी प्रकृति के होते हैं, जिससे गले और पेट में ठंडक के कारण समस्याएं हो सकती हैं। सावन महीने में बारिश की वजह से बढ़ सकते हैं जीवाणुओं के रिस्क को ध्यान में रखते हुए, दही और छाछ को स्वच्छ और उचित तरीके से बनाया जाना चाहिए।
4. बासी और बाहर का खाना
बारिश के मौसम में बाहर से खरीदे गए खाने में जीवाणुओं और अन्य संक्रमण का जोखिम बढ़ सकता है। बासी और बाहर का खाना खाने से फूड पॉइजनिंग का खतरा होता है, इसलिए ताजे और घर के बने खाने का ही सेवन करें। बासी खाद्य पदार्थों का सेवन अधिकतम तापमान पर न करें। गर्मियों में इसे ज्यादा ध्यान से खाएं ताकि अपच और पाचन समस्याओं से बचा जा सके।
5. लहसुन- प्याज के सेवन से बचें
सावन में लहसुन और प्याज के सेवन से बचना चाहिए। लहसुन और प्याज तामसिक भोजन माने जाते हैं जो बुरे स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकते हैं और मानसिक स्थिति पर भी असर कर सकते हैं। इन चीजों से परहेज करके आप सावन में अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रख सकते हैं।