What Is Cupping Therapy? आजकल लोग खुद को फिट रखने के लिए कई तरह के तरीके आजमाते हैं। जिसमें से एक है कपिंग थेरेपी। यह एक वैकल्पिक चिकित्सक तरीका है, जिसमें सक्शन बनाने के लिए कप को त्वचा पर रखा जाता है। इसमें मरीज का इलाज करने के लिए अलग-अलग साइज के कप आते हैं। मरीज की बीमारी के हिसाब से कप को उस जगह पर लगाया जाता है, जहां पर कोई दर्द या समस्या हो। यह दो तरीके से की जाती है एक ड्राई ,दूसरी वेट।
कैसे काम करती है कपिंग थेरेपी?
कपिंग थेरेपी में कप के अंदर वैक्यूम पैदा किया जाता है। इसे करने से कप के अंदर के हिस्से से आने वाली त्वचा थोड़ी ऊपर उठ जाती है। इसके बाद उठे हुए हिस्से पर सर्जिकल ब्लेड की मदद से कट लगाए जाते हैं, जिसके जरिए दूषित ब्लड बाहर निकलने लगता है।
कपिंग थेरेपी के फायदे
एक्सपर्ट के मुताबिक कपिंग थेरेपी कराने से जोड़ों के दर्द, कमर दर्द, ब्लड शुगर, हाई ब्लड प्रेशर, थायराइड, माइग्रेशन और पैरालिसिस में कारगार साबित होता है।
1. त्वचा को सुंदर बनाना
यह स्किन को काफी फायदा पहुंचाती है। इसे करने से पिंपल और एक्ने की समस्या दूर हो जाती, वहीं ब्लड प्यूरीफाई होने का कारण त्वचा में निखार भी आता है।
2. तनाव को दूर करना
कपिंग थेरेपी से तनाव कम होता है, क्योंकि यह पूरे शरीर में कपिंग और मसल्स के साथ दिमाग को भी राहत देती है।
3. एंटी एजिंग में कारगर
इसे करने से अंदरूनी सफाई होती है, जो एंटी एजिंग के लिए फायदेमंद होता है। इससे त्वचा को रिपेयर भी किया जाता है।
कपिंग थेरेपी के नुकसान
• त्वचा का जलना
• त्वचा पर चोट के निशान
• स्किन इन्फेक्शन
• हल्की बेचैनी
कपिंग थेरेपी करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल
अगर आप कपिंग थेरेपी कराने का सोच रहे हैं तो करवाने से पहले यह जरूर देख लें कि आप जिससे थेरेपी करा रहे हैं वह प्रोफेशनल है या नहीं। इसे करने से पहले शरीर में कुछ एक्यूप्रेशर पॉइंट्स का ज्ञान होना जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही भी आपके लिए यह करवाना दर्दनाक और घातक साबित हो सकता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।