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Photograph: (freepik)
What Is The Connection Between Mental Health And Menstrual Cycle: महिलाओं में पीरियड्स के दौरान शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका गहरा असर पड़ता है। हर महीने महिलाओं में होने वाले हार्मोनल बदलाव न केवल उनके शरीर में परिवर्तन लाते हैं, बल्कि यह उनके मूड, भावनाओं और मानसिक स्थिति को भी प्रभावित करते हैं। यही कारण है कि महिलाओं को पीरियड्स से पहले और बाद में चिड़चिड़ापन, उदासी, तनाव या थकान महसूस होता हैं। इसे समझना और इस पर समय रहते ध्यान देना बेहद ज़रूरी होता है ताकि महिलाएं मानसिक और भावनात्मक रूप से खुद को बेहतर तरीके से संभाल सकें। आइए जानें मेंटल हेल्थ और मेंस्ट्रुअल साइकिल का क्या कनेक्शन होता है।
मेंटल हेल्थ और मेंस्ट्रुअल साइकिल का क्या कनेक्शन है
1. हार्मोनल बदलाव और मूड स्विंग्स होना
मेंस्ट्रुअल साइकिल के समय शरीर में अलग-अलग चरणों में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन में उतार-चढ़ाव होते हैं। ये हार्मोन ब्रेन के केमिकल्स जैसे सेरोटोनिन को प्रभावित करते हैं, जो आपके मूड और खुशी से जुड़ा हुआ होता है। इसी वजह से महिलाएं कभी बहुत खुश, तो कभी उदास या चिड़चिड़ी महसूस करने लगती हैं।
2. PMS यानी प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम
पीरियड्स शुरू होने से कुछ दिन पहले कई महिलाओं को सिरदर्द, थकान, चिंता, भावनात्मक कमजोरी या नींद की कमी जैसी कई मानसिक समस्याएं होने लगती हैं। इसे ही PMS कहा जाता है। यह कभी-कभी किसी को हल्का भी हो सकता है, लेकिन वहीं कभी-कभी यह गंभीर रूप भी ले सकता है।
3. PMDD यानी प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर
महिलाओं में होने वाली प्रीमेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसऑर्डर यह एक गंभीर रूप होता है जिसमें महिलाएं अक्सर डिप्रेशन, एंग्जायटी, गुस्सा और निराशा जैसी भावनाओं से जूझती हैं। इससे बचने के लिए किसी प्रोफेशनल या डॉक्टर की मदद लेना ज़रूरी होता है।
4. पीरियड्स के दौरान मानसिक थकान और स्ट्रेस होना
पीरियड्स के दौरान रक्तस्राव, दर्द और कमजोरी के कारण महिलाओं में तनाव और मानसिक थकावट बढ़ जाती है। ज्यादा स्ट्रेस लेने से कई बार तो इसका इसका असर काम करने की क्षमता और उनके सामाजिक व्यवहार पर भी पड़ता है।
5. अनियमित पीरियड्स और मानसिक स्वास्थ्य का संबंध होना
अनियमित पीरियड्स से उनको मानसिक स्वास्थ्य, डिप्रेशन या तनाव होने का भी संकेत हो सकता है। अगर महिला इस समय अधिक स्ट्रेस लेती हैं तो इससे उनको पीरियड्स अनियमित हो सकता है। यानी मानसिक स्वास्थ्य पीरियड्स को प्रभावित करते हैं।