Consent Violation: पॉर्न इन्फ्लुएंस का इंटीमेसी पर क्या असर होता है?

पॉर्न में दिखने वाली फैंटेसीज़ जब रिश्तों की रियलिटी पर हावी होने लगती हैं, तो सबसे पहले कंसेंट और कम्फर्ट कमजोर होने लगते हैं। जानिए कैसे ये इंटीमेसी को प्रेशर और अनकम्फर्टेबल एक्सपीरियंस में बदल देता है।

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Deepika Aartthiya
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Photograph: (Women’s Health Magazine)

कई रिलेशनशिप्स में एक समस्या बहुत कॉमन हो चुकी है। पार्टनर ने पॉर्न में जो देखा, वही रियल लाइफ में भी एक्स्पेक्ट करता है। लेकिन ज्यादातर महिलाएँ उन एक्टिविटीज़ में comfortable नहीं होतीं, फिर भी guilt या पार्टनर को खुश रखने की वजह से साइलेंस चुन लेती हैं। यही चुप्पी सेक्सुअल बाउंडरीज़ को कमजोर करती है और इंटीमेसी धीरे धीरे प्रेशर में बदल जाती है। जरूरी बात यह है कि पॉर्न रियल नहीं होता और जब पार्टनर एक रियल रिश्ते उसी अनरियलिस्टिक स्क्रिप्ट को फॉलो करने लगते हैं, तो कहीं ना कहीं ट्रस्ट और कम्फर्ट दोनों टूटने लगते हैं।

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Consent Violation: पॉर्न इन्फ्लुएंस का इंटीमेसी पर क्या असर होता है?

1. पॉर्न expectations कैसे सेक्सुअल बाउंडरीज़ को तोड़ते हैं

पार्टनर्स को समझने की ज़रूरत है कि पॉर्न एक परफॉरमेंस होता है, इंटीमेसी नहीं। पार्टनर जब उसे रियलिटी मानकर हर चीज़ कॉपी करने की कोशिश करता है, तो महिला की कम्फर्ट और कंसेंट पीछे छूट जाती है। इससे इंटीमेसी सेफ नहीं लगती।

2. महिलाएँ uncomfortable क्यों महसूस करती हैं

 हर महिला का बॉडी रिस्पॉन्स अलग होता है। ऐसे में कुछ सेक्सुअल एक्टिविटीज़ महिलाओं में pain या anxiety पैदा कर सकती हैं। लेकिन समाज और उनकी कंडीशनिंग उन्हें अपनी असहजता को बताने से रोकती है। नतीजा यह होता है कि वे अपने इमोशंस को suppress कर लेती हैं।

3. गिल्ट प्रेशर इंटीमेसी को disturb करता है

कई महिलाएँ सोचती हैं कि अगर वे मना करेंगी तो पार्टनर सोच लेगा कि उन्हें इंटीमेसी में इंटरेस्ट नहीं है। यह guilt उन्हें अपनी बॉडी के खिलाफ भी हाँ कहने पर मजबूर कर देता है। और यही इमोशनल प्रेशर पार्टनर्स के इंटीमेट bond को कमजोर कर देता है।

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4. पॉर्न से तुलना का पार्टनर के confidence पर असर

जब कोई पुरुष पॉर्न को बेंचमार्क बनाता है, तो वह अनजाने में पार्टनर को compare करने लगता है। इससे महिला के अंदर insecurity बढ़ जाती है और उसका confidence कम होने लगता है। और वह धीरे धीरे अपनी फीलिंग्स शेयर करना कम कर देती है।

5. क्या है Healthy Intimacy?

रिलेशनशिप तभी grow करता है जब दोनों पार्टनर्स की कम्फर्ट बराबर मायने रखती है। पॉर्न में दिखने वाली हर चीज़ रियल लाइफ की जरूरत नहीं होती। रिश्ते में रियल कनेक्शन तब बनता है जब महिलाएँ ओपन होकर अपनी बाउंडरीज़ के बारे  में बता सकें और पार्टनर उन्हें respect करे।

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