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Erogenous Zones जानने के लिए फॉलो करें ये टिप्स

सेक्स के दौरान प्लेजर हासिल करने के लिए और ऑर्गेज्म तक पहुंचने के लिए एरोजेनस जॉन्स को पहचान बहुत जरूरी है। आमतौर पर हम बहुत कम ऐसे पॉइंट्स जानते होते हैं जहां पर छूने से स्टिम्युलेशन होती है और हर व्यक्ति के लिए यह अलग हो सकते हैं।

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Rajveer Kaur
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The Key to Unlocking Erogenous Zones: सेक्स के दौरान प्लेजर हासिल करने के लिए और ऑर्गेज्म तक पहुंचने के लिए एरोजेनस जॉन्स को पहचान बहुत जरूरी है। आमतौर पर हम बहुत कम ऐसे पॉइंट्स जानते होते हैं जहां पर छूने से स्टिम्युलेशन होती है और हर व्यक्ति के लिए यह अलग हो सकते हैं। इसलिए खुद को एक्सप्लोर करना और सोलो सेक्स एंजॉय करना बहुत जरूरी हो जाता है। जब आप अपनी बॉडी को एक्सप्लोर करना शुरू करते हैं तब आप जानते हैं कि आपकी बॉडी में ऐसे कौन से हिस्से हैं जहां पर छूने से आप सेक्शुअली स्टिम्युलेट हो जाते हैं। इससे आपके पार्टनर को भी बहुत मदद मिल सकती है। आज हम जानेंगे कि कैसे हम अपने एरोजेनस जॉन्स की पहचान कर सकते हैं।

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Erogenous Zones जानने के लिए फॉलो करें ये टिप्स 

फोरप्ले (Foreplay)

अगर आप अपने एरोजेनस जॉन्स पहचान चाहते हैं तो आपको सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान फोरप्ले को शामिल करना होगा। इसकी मदद से आप अपनी बॉडी के अलग-अलग हिस्सों को एक्सप्लोर करते हैं और आपको पता चलता है कि किस बॉडी पार्ट से आप स्टिम्युलेट होते हैं। इस दौरान आप पार्टनर के भी एरोजेनस जॉन्स को पहचान सकते हैं। फोरप्ले करने के आपको और भी बहुत सारे फायदे मिलते हैं जैसे आपकी बॉडी इंटरकोर्स के लिए तैयार होती है। आपकी बॉडी स्टिम्युलेट होती है। यह वजाइना को नेचुरल तरीके से लुब्रिकेट भी करता है।

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सोलो सेक्स (Solo Sex)

सोलो सेक्स जिसे हम मास्टरबेशन भी कहते हैं, इसकी मदद से आप अपने एरोजेनस जॉन्स का पता लगा सकते हैं क्योंकि इससे आप अपनी बॉडी को एक्सप्लोर करते हैं। आपके ऊपर कोई प्रेशर नहीं होता है। आप अपनी स्पीड के अनुसार बॉडी के साथ तालमेल बिठा सकते हैं। इससे आपका स्ट्रेस भी रिलीज होता है। आप अलग-अलग एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं और अलग-अलग तरीकों से अपनी बॉडी को स्टिम्युलेट कर सकते हैं। इस तरह आप जब भी पार्टनर के साथ सेक्स करेंगे तो आप उन्हें बता सकते हैं कि आपको किन बॉडी पार्ट से ज्यादा स्टिमुलेशन होती है।

सेक्स टॉयज (Sex Toys)

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सेक्स टॉयज ने सोलो सेक्स को बहुत बढ़ावा दिया है। इससे महिलाओं का शारीरिक रूप से सशक्तिकरण हुआ है और उन्हें अपनी शारीरिक जरूरत के लिए पुरुषों के ऊपर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। आप अलग-अलग सेक्स टॉयज से अपने बॉडी पार्ट्स को एक्सप्लोर कर सकते हैं और आपको पता चल जाएगा कि आपके लिए क्या काम करता है। आप पार्टनर के साथ या अकेले भी इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। 

एक्सपेरिमेंट (Experiment)

अलग-अलग पोजीशंस को ट्राई करना भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इससे भी आपको पता चलता है कि आपके लिए क्या वर्क करता है। सेक्स को एंजॉय करने के लिए आपको एक बात को समझना होगा कि जितना आप एक्सप्लोर करेंगे और अलग-अलग चीजों का एक्सपेरिमेंट करेंगे, उतना ही आप खुद के बारे में जान पाएंगे। जब आप खुद को सीमित कर लेंगे और और खुद के ऊपर ऑर्गेज्म तक पहुंचने का प्रेशर रखेंगे तो आप कभी भी जान नहीं पाएंगे कि आपके लिए क्या वर्क करता है।

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