चारदीवारी हमेशा से ही महिलाओं के लिए सुरक्षित और सीमा मे रहने का प्रतीक रहीं है। लेकिन जब महिला इससे बाहर कदम रखने का सोचती हैं तो उसे डर के साथ-साथ समाज की निंदा का भी समान करना पड़ता हैं। क्या सिर्फ माँ, पत्नी और बहन यहीं रिश्ते उसकी पहचान है?
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे