How To Limit Your Expectations From Others?: हम अपने रिश्तों, दोस्तों और फैमिली से कई बार बहुत सारी एक्सपेक्टेशन कर बैठते हैं। एक्सपेक्टेशंस की यह एक बुराई है कि जब ये टूटती हैं तो बहुत बुरा लगता है और दिल टूट जाता है। इंग्लिश में एक कहावत है - 'No Expectations, No Disappointments'। लेकिन किसी से भी कोई उम्मीद न रखना भी तो अपने-आप में बहुत मुश्किल काम है।
दूसरों से उम्मीदें रखना कैसे कम करें?
अगर हम दूसरों के लिए कुछ करते हैं तो हमें भी आशा रहती है कि वे भी हमारे लिए उसी तरह खड़े रहें। कुछ रिश्ते ऐसे होते ही नहीं, आप उनके लिए कितना भी स्टैंड लें, वे सिर्फ अपने मतलब से मतलब रखते हैं और फिर आपको भूल जाते हैं। आइये जानते हैं कि दूसरों से अपनी उमीदों को कम करने के लिए क्या करें।
1. जो करें, खुद के लिए करें
हम अक्सर यह सोचते हैं कि अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए आज हम खड़े रहेंगे तो वे भी आपके मुश्किल समय में आपका साथ देंगे। यह सोच रखना गलत नहीं है, लेकिन दूसरा इंसान भी मौका आने पर हमारी मदद करे, यह ज़रूरी नहीं। इसलिए जब भी किसी की मदद करें तो उनसे बदले में कोई उम्मीद न रखें, बल्कि अपनी ख़ुशी है तो उनकी मदद करें। अगर अपना मन मार कर दूसरे की मदद करेंगे तो उनसे आपकी एक्सपेक्टेशन हाई हो सकती है।
2. सेल्फ-केयर है ज़रूरी
दूसरों से ज़्यादा एक्सपेक्टेशन करने के चक्कर में हम अपने-आप का ध्यान रखना भूल जाते हैं। ज़रूरी है कि आप अपना ध्यान रखें और ग्रेटिटयूड प्रैक्टिस करते रहें । अगर आज आप किसी चीज में फेल भी होते हैं तो यह पूरी ज़िंदगी की कहानी नहीं बन जाती। आप कोशिश करते रहें और अपने-आप पर पूरा यकीन रखें। अगर कोई आपकी मदद करना चाहे तो उसे हंस कर स्वीकार कर लें, लेकिन खुद से कुछ एक्सपेक्ट न करें।
3. दूसरों को नहीं करना कंट्रोल
याद रखें कि आप किसी की ज़िंदगी, विचार और उनके ओपिनियन को कंट्रोल नहीं कर सकते और गुस्सा और झगड़ा करके आप इसे सुलझा नहीं सकते। अगर कोई आपके लिए स्टैंड नहीं लेना चाहता या आपकी मदद नहीं करना चाहता तो सोचें कि यह उनका अपना डिसीजन है और आप इसे चेंज नहीं कर सकते, लेकिन आगे से अपनी बाउंडरीस ज़रूर सेट कर लें।
4. इमोशंस पर कंट्रोल रखें
हम जब किसी से कुछ एक्सपेक्ट करते हैं और वो चीज़ पूरी नहीं होती तो आपका अपनी फीलिंग्स पर कंट्रोल रखना ज़रूरी है। अगर आप छोटी-छोटी बात पर डिसअपोइंट होते हैं तो अपने इमोशंस को मैनेज करना सीखें। अपने-आप को पॉजिटिव रखने की कोशिश करें और इसके लिए अपने-आप के साथ पॉजिटिव टॉक करते रहें।
5. जैसा आप सोचते हैं, वैसा नहीं होगा
हमें होनी ज़िंदगी में यह याद रखना ज़रूरी है कि हम जैसा सोचते हैं, लाइफ में हमेशा वैसे नहीं होता, इसलिए लाइफ की डिसअपोइंटमेन्ट्स को हैंडल करना ज़रूर सीखें। उसके लिए अपनी एक्सपेक्टेशन कम करना सबसे ज़रूरी है। इस थॉट पर काम करेंगे तो आपके माइंडसेट में बहुत बदलाव आएगा।