Vaginal Myths And Facts: वेजाइना एक सामान्य शारीरिक हिस्सा है, इसके बारे में लोग अलग अलग तरह की बातें सोचते है और इसे यकीनन एक टैबू माना जाता है। जिस तरह से हम अन्य समस्याओं के बारे में खुल कर बात करते है वैसे ही अगर वेजाइना से जुड़ी समस्याओं को लेकर बात करी जानी चाहिए। मगर इस बारे में बात करने पर आज भी महिलाएं हिचकिचाती हैं और उनके लिए शर्मिंदगी के कारण हो सकता है। वेजाइनल स्वास्थ्य के बारे में खुलकर बात करने की जरूरत है ताकि लोग इसके बारे में सही जानकारी प्राप्त करें और इससे जुड़ी समस्याओं का हल निकल सकें। कई बातें वेजाइना से जुड़ी सच नहीं है, आइए जानें इनके बारे में।
सच नहीं हैं वेजाइना से जुड़ी ये बातें
मिथक – खानें में बदलाव से वेजाइना से स्मैल अच्छी आती है
फैक्ट: वेजाइना की अपनी एक स्मैल होती है और ये बात की खानें में बदलाव से स्मैल अच्छी आती है बहुत गलत है क्योंकि हम जो भी खाना खाते हैं वो वेजाइना बैक्टीरिया का बढ़ने या मारने में कोई भी सहायक नही होते। हालांकि इसको लेकर कई स्टडीज भी की गई है मगर वे फैक्ट को साबित नहीं करतीं।
मिथक – सेक्स से जल्दी होता है लेबर
फैक्ट: यह सही है कि सेक्स से लेबर पेन को शुरू करने की कोई लिखित मान्यता नहीं है। लेबर पेन का कारण और समय महिला के शारीरिक और मानसिक स्थितियों पर निर्भर करता है, जो किसी एक कारण से नहीं होता। सेक्स के दौरान लेबर पेन को प्रेरित करने का कोई साइंटिफिक संदर्भ नहीं है।
मिथक – मार्केट में मिल रहें वेजाइनल प्रोडक्ट्स से करें सफाई
फैक्ट: ये सबसे कॉमन मिथक में से एक है, मार्केट में मिल रहे प्रोडक्ट्स एडवरटाइजमेंट के द्वारा और फेल रहे हैं वेजाइना की सफाई के लिए सेल्फ क्लीनिंग ज़्यादा इंपोर्टेंट होती है। वेजाइना से स्मैल आती है इस वजह से कई महिलाएं परफ्यूम का भी इस्तेमाल करती हैं आपकी जानकारी के लिए बता दे की ये सही नहीं है क्योंकि वे आपकी एक नेचुरल स्मैल भी हो सकती है और आप इससे परेशान है तो डॉक्टर की सलाह लें।
मिथक – ज़्यादा सेक्स करने से वेजाइना फैल जाती है
फैक्ट: वेजाइना या योनि को बार-बार सेक्स करने से फैलने का कोई साइंटिफिक या मेडिकल संदर्भ नहीं है। यह एक गलतफहमी है। वेजाइना एक लचीला ऑर्गन होता है और सेक्स के द्वारा इसका आकार नहीं बदलता है। वेजाइना की स्थिति और साइज़ में परिवर्तन शारीरिक प्रक्रियाओं के कारण हो सकता है।
मिथक – प्रोबायोटिक्स के सेवन से वेजाइनल इन्फेक्शन का खतरा नहीं रहता
फैक्ट: प्रोबायोटिक्स एक तरह के सप्लीमेंट्स है और मार्केट में इनका चलन आजकल काफी बढ़ गया है। इनके बारे में हो सकता है आपने सुना हो कहा जाता है की ये गुड टाइप बैक्टीरिया को बढ़ाने का काम करते है अगर आप हेल्दी हैं जो ये आपके लिए बस वेस्ट हैं। वेजाइनल इन्फेक्शन कई तरह के होते है जरूरी नहीं प्रोबायोटिक्स के सेवन से उस पर कोई असर हो।