Thing To Do Attain Body Positivity: हमारे समाज में महिलाओं के लिए बॉडी पाॅजिटीविटी की बात ही नहीं की जाती उन्हें सिखाया ही नहीं जाता कि कैसे हमें अपने शरीर को स्वीकार करना है। जिस कारण उनमें अंदर आत्मविश्वास की कमी आ जाती है। उन्हें लगता है कि वह सुंदर नहीं है या फिर उन्हें अपना वजन बहुत कम करने की जरूरत है ।उनके दिमाग में एक परफेक्ट बॉडी की जो मिथ बैठ जाती है जबकि परफेक्ट बॉडी जैसा कुछ भी नहीं होता है हम जैसे भी होते हैं वैसे सुंदर होते हैं लेकिन उल्टा हमारे यहां पर महिलाओं की बॉडी के साइज शेप और रंग के आधार पर शेमिंग की जाती है।
Body Positivity के लिए करें सेल्फ लव जैसी ये टिप्स फॉलो
1. सेल्फ लव
बॉडी पॉजिटिविटी के लिए सबसे जरूरी है सेल्फ लव जब तक हम खुद को प्यार करना नहीं सीखते तब तक हमारे अंदर शरीर के प्रति सकारात्मक सोच नहीं आएगी। इसलिए खुद को प्यार कीजिए जैसे है वैसे स्वीकार कीजिए।इससे बहुत मदद मिलेगी।
2. परफेक्ट बॉडी जैसा कुछ भी नहीं होता
हमारे समाज में एक मिथ बहुत ज्यादा आम है कि तुम्हारी बॉडी परफेक्ट नहीं है हालांकि ऐसी कोई भी डेफिनेशन नहीं है जो परफेक्ट बॉडी को डिफाइन करें हम सब अलग हैं हमारी बॉडी टाइप बॉडी का साइज़ अलग है। इसलिए इस सोच में मत पड़े।
3. हेल्थी होने पर ध्यान
हमारे समाज में हेल्दी होने से ज्यादा पतले होने पर ध्यान दिया जाता है जो की बिल्कुल गलत है। हमारा मोटिव या गोल हेल्थी होना चाहिए ना कि पतले होना। इस बात पर ज्यादा ध्यान मत दीजिए कि हमारी बॉडी का वजन कितना है और आकार कैसा है अगर आप की बॉडी स्वस्थ है तो और किसी बात पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।
4. अपने शरीर को कॉम्प्लीमेंट दीजिए
हम हमेशा दूसरों से अपेक्षा करते हैं कि वह हमारे लिए कोई कंप्लीमेंट या फिर हमारी प्रशंसा करें लेकिन हमें खुद अपनी बॉडी की तारीफ करनी चाहिए। सुबह उठकर हमें अपने आप को पॉजिटिव सेल्फ टॉक करनी चाहिए जैसे हम सुंदर है या मैं कितनी अच्छी लग रही हूं। इससे आपके अंदर जोश और ऊर्जा पैदा होगी।
5. दूसरे का साथ तुलना गलत बात
हम सभी के अंदर एक बहुत बुरी आदत होती है हम अपने आप को दूसरों के साथ कंपेयर करना शुरू कर देते हैं लेकिन हम यह नहीं समझने की हर बॉडी की एक अलग एल्गोरिथम है। हर बॉडी की ज़रूरतें और टाइप अलग है फिर हम एक कैसे सेम हो गए। हर कोई अपनी जरूरत के हिसाब से अपनी बॉडी पर काम कर रहा है। हर किसी की हेल्थ कंडीशन एक जैसी नहीं है इसलिए दूसरों के साथ अपनी तुलना करनी बंद कीजिए