Normal pregnancy: यदि आप प्रेग्नेंट हैं या प्रेग्नेंट होने के बारे में सोच रही हैं , तो आप शायद पहले से ही प्रेगनेंसी सलाह जानती हैं: स्मोकिंग(smoking) के आसपास न रहें। आपकी हेल्थ को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ ना खाए और आराम करें।
लेकिन आपको और क्या जानने की जरूरत है?
विटामिन लेने से लेकर अपने आप को हेल्थी कैसे रखना है, यह सब के अलावा और भी टिप्स दिए गए हैं जो जो सेफ प्रेगनेंसी में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसी टिप्स जो प्रेग्नेंसी के लिए है जरूरी है, इस हैल्थ संबंधी ब्लॉग में-
1.एक्सरसाइज (Exercise)
Active रहना आपके सामान्य स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और आपको तनाव कम करने, ब्लड प्रेशर में सुधार करने और अपने मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। यह बेहतर नींद लाने में भी मदद करता है। प्रेगनेंसी योगा क्लास लें या दिन में कम से कम 15 से 20 मिनट टहलें ।
अधिकांश प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए योग, तैराकी और पैदल चलना भी अच्छी एक्सरसाइज हैं, लेकिन कोई भी एक्सरसाइज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से जाँच अवश्य कर लें।
2.शराब एवं अन्य नशों से रहे दूर
आपको प्रेग्नेंट होने पर तम्बाकू, शराब, ड्रग्स और यहां तक कि थिनर और नेल पॉलिश रिमूवर से बचना चाहिए। उदाहरण के लिए, Cigarette पीने से आपके बच्चे के लिए ऑक्सीजन का फ्लो कम हो जाता है यह Pre-Mature Birth का भी कारण बन सकता है।
3.रोजमर्रा के काम बदले
यहां तक कि रोजमर्रा के काम, जैसे कि बाथरूम को साफ करना या पालतू जानवरों के बाद सफाई करना, आपके प्रेग्नेंट होने पर जोखिम भरा हो सकता है। केमिकल्स के संपर्क में आने या बैक्टीरिया के संपर्क में आने से आपको और आपके बच्चे को नुकसान हो सकता है।
4.ज्यादा करें पानी का सेवन
प्रेगनेंसी के दौरान, आपके Placenta के जरिए आपके बच्चे को ऑक्सीजन और जरूरी nutrients की आपूर्ति कर रहा है और कार्बन डाइऑक्साइड को दूर ले जा रहा है - जिसका मतलब है कि इस गतिविधि को संभालने के लिए आपके खून की मात्रा 50% तक बढ़ जाती है। आपको उसे बैलेंसड रखने के लिए और ज्यादा पानी पीने की जरूरत है।
5.पर्याप्त आराम करें
आप सोच सकते हैं कि आप अभी बिजी हैं, लेकिन एक बार बच्चे के आने के बाद, आपके पास अपने लिए और भी कम टाइम होगा। रात में कम से कम आठ घंटे की नींद लें और यदि आप नींद की कमी की वजह से परेशान हैं, तो दिन में झपकी लें। अगर स्थिति में सुधार नहीं होता है तो अपने डॉक्टर से बातचीत करें।