Sex Education: हमारे समाज में सेक्स को आज भी एक टैबू टॉपिक के रूप में देखा जाता है। लोग आज भी इस विषय में खुलकर बात करने से कतराते हैं। फिर चाहे पर्सन टू पर्सन हो या फिर पब्लिक में। ऐसे में बहुत से लोग हैं जो अपने बच्चों को सही समय पर सेक्स एजुकेशन नहीं देते हैं। बच्चों की जो उम्र होती है वह जिज्ञासा की उम्र होती है उन्हें हर चीज जानने की बहुत क्यूरोसिटी होती है, ऐसे में यदि मां-बाप उनको सही नहीं समझाएंगे किसी विषय के बारे में तो वह बाहरी दुनिया में खो जाएंगे यानी इंटरनेट। जरूरी नहीं है वह बाहर जो देखें सीखें वह सही जानकारी हो, हो सकता है वह सही जानकारी भी हो, जानें इस ब्लॉग में किस उम्र में मॉम्स को सेक्स के बारे में बताना चाहिए।
बच्चों को किस उम्र में कब और क्या बताएं सेक्स के बारे में
1. 2-4 वर्ष के बच्चों को क्या बताएं
- गुड टच और बैड टच
- ना कब और कैसे कहें।
- पर्सनल स्पेस क्या होता है।
- शरीर के निजी अंगों को समझने के साथ शुरुआत करें।
- बिकनी नियम सिखाओ।
- सिखाएं की जब आप असुरक्षित महसूस करें तो उस चीज़ को नहीं कहें।
2. 5-8 वर्ष के बच्चों को क्या बताएं
- उनके सवालों के बारे में खुलकर बात करें।
- एप्रोप्रियेट और इन एप्रोप्रियेट कांटेक्ट के बारे में समझाएं।
- ह्यूमन ऑटोनोमी के बारे में बताएं।
- Physical relationship, feelings, crushes के बारे में जानकारी दें।
- पीरियड्स और सेनेटरी हाइजीन के बारे में सिखाएं।
3. 9-11 वर्ष के बच्चों को क्या बताएं
- Poverty क्या है।
- Sex और reproduction के बारे में जानकारी दें
- Sexual health और mental health के बारे में समझाएं
- चाइल्डबर्थ के बारे में डिटेल से समझाएं।
4. Teenagers को क्या बताएं
- सेक्स के क्या कंसीक्वेंसेज हैं।
- Safety और consent क्या होता है और यह क्यों जरूरी है।
- उनके मन में जितने भी सवाल है उनके जवाब दें।
- उनको भरोसा दिलाएं की आप हमेशा उनके साथ हैं।
- उनकी भावनाओं को समझे और उन्हें सही चीज़ बताएं।
बहुत से मां बाप अपने बच्चों को सही समय पर सेक्स एजुकेशन नहीं देते हैं। जिसका खामियाजा यह होता है की बच्चे गलत चीजों में पड़ जाते हैं। जब हमें यह एहसास होता की वो गलत है तब आप अपने बच्चे को चाहें भी तो बहुत सी चीजें नहीं सिखा पाते हैं। समय पर सेक्स एजुकेशन देना बहुत अनिवार्य है।