/hindi/media/media_files/2025/10/18/shethepeople-images-10-2025-10-18-17-05-18.png)
Photograph: (AI Image)
फेस्टिव सीजन का मतलब होता है ढेर सारा खाना, मिठाइयाँ, नमकीन और पारिवारिक गेट-टुगेदर। दिवाली के आसपास लगभग हर घर में तरह-तरह के पकवान बनते हैं, और ऐसे में ओवरईटिंग से बच पाना मुश्किल हो जाता है। लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा खाना न सिर्फ़ वजन बढ़ाता है, बल्कि थकान, पेट फूलना और पाचन संबंधी दिक्कतें भी बढ़ा देता है। अगर आप चाहते हैं कि त्योहार का मज़ा स्वाद के साथ-साथ हेल्दी भी रहे, तो ये स्मार्ट टिप्स आपकी मदद कर सकती हैं।
Diwali Season में Overeating से बचने के स्मार्ट हेल्थ टिप्स
1. दिन की शुरुआत हेल्दी तरीके से करें
दिवाली के दिन कई लोग सोचते हैं कि “शाम को पार्टी है, तो सुबह कुछ हल्का खा लेते हैं”, लेकिन यही गलती ओवरईटिंग की वजह बनती है। सुबह हेल्दी नाश्ता करें जिसमें प्रोटीन और फाइबर शामिल हों, जैसे ओट्स, फल या सूखे मेवे। इससे आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा और शाम को आप ज़्यादा खाने से बचेंगे।
2. Hydration से करें फेस्टिव ओवरईटिंग कंट्रोल
दिवाली के दौरान पानी पीना भूल जाना आम बात है। डिहाइड्रेशन से भूख ज़्यादा लगने लगती है। इसलिए खाने से पहले एक गिलास पानी ज़रूर पिएं। इससे पेट थोड़ा भर जाएगा और आप बिना ज़रूरत के ज़्यादा खाना नहीं खाएंगे। यह ओवरईटिंग से बचने का सबसे स्मार्ट तरीका है।
3. “थोड़ा-थोड़ा” खाने की आदत डालें
अगर आपके सामने कई तरह की मिठाइयाँ और स्नैक्स हैं, तो हर चीज़ का थोड़ा-थोड़ा स्वाद लें। इससे आप त्योहार का स्वाद ले पाएंगे और ओवरईटिंग से बचेंगे।
4. खुद को एक्टिव रखें
दिवाली की सफाई, सजावट या पूजा के काम में खुद को शामिल रखें। हल्की-फुल्की एक्टिविटी जैसे चलना, घर के काम या किसी भी तरह का बॉडी मूवमेंट रखें। ये सब आपके मेटाबॉलिज्म को एक्टिव रखते हैं और अतिरिक्त कैलोरी जलाने में मदद करते हैं।
5. मिठाइयों और स्नैक्स में समझदारी दिखाएं
सब टेबल पर मिठाइयाँ और नमकीन दिखेंगी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ज़्यादा खाया जाए। जितना चाहें उतना लें — लेकिन बाद में महसूस होने वाले भारीपन को नज़रअंदाज़ न करें। फ्राइड और भारी व्यंजनों की जगह घर की बनी मिठाइयाँ या गुड़, नारियल और ड्राई फ्रूट्स से बनी स्वीट्स ज़्यादा हेल्दी विकल्प हैं। कोशिश करें कि एक या दो पीस तक सीमित रहें।
6. जब क्रेविंग हो, तो मन को समझाएं
कभी-कभी हम भूख से नहीं, बल्कि त्योहार के माहौल या उत्साह के कारण खाते हैं। ऐसे में खुद से पूछें: “क्या वाकई भूख लगी है या ये केवल क्रेविंग है?” यह छोटी सी समझ आपको ओवरईटिंग से बचा सकती है।
थोड़ी सी प्लानिंग और सेल्फ-कंट्रोल से आप दिवाली पर बिना अपनी हेल्थ से समझौता किए हर ज़ायक़े का मज़ा ले सकते हैं। आखिर त्योहार का असली मज़ा तभी है जब पेट भी खुश रहे और सेहत भी बनी रहे।