Yoga Poses For Bloating: कई बार कई समस्याओं की वजह से पेट में गैस और अपच की समस्या होने लगती है। आज कल के लाइफस्टाइल में इस समस्या का होना एक आम बात है। लोग अपने खान-पान का ख्याल नही रखते हैं जिसके चलते लोगों को ब्लोटिंग की समस्या होती है। इस समस्या में व्यक्ति को अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। ब्लोटिंग का सीधा असर पाचन तंत्र पर होता है। लोगों की पाचन शक्ति पर प्रभाव पड़ता है और यह एक बिमारी के जैसा हो जाता है जिसका असर लोगों के शरीर पर बहुत समय तक रहता है और वे इसकी मेडिसिन लेने लगते हैं जिसके चलते वे मेडिसिन के आदी भी हो जाते हैं लेकिन ब्लोटिंग की समस्या में योगासन आपको लाभ प्रदान कर सकता है। योगासन वैसे तो ओवर आल बॉडी के लिए ही बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है लेकिन यह ब्लोटिंग की समस्या में भी आराम दिला सकता है।
जानिए ब्लोटिंग की समस्या में कौन से योगासन हैं फायदेमंद
1. पवनमुक्तासन
अपनी पीठ के बल लेट जाएं और एक घुटने को अपनी छाती की तरफ़ खींचें, इसे अपने हाथों से पकड़ें। कुछ सांसों के लिए रुके रहें, फिर साइड चेंज कर लें। यह मुद्रा गैस रिलीज़ करने और ब्लोटिंग को कम करने में हेल्प कर सकती है।
2. पश्चिमोत्तानासन
अपने पैरों को अपने सामने फैलाकर फर्श पर बैठें। धीरे-धीरे आगे की ओर फोल्ड करें, अपने पैरों या पिंडलियों तक पहुँचें। यह मुद्रा एब्डॉमिनल ऑर्गंस को तेज़ करने, डाइजेशन में हेल्प करने और ब्लोटिंग से राहत दिलाने में हेल्प करती है।
3. स्पाइन अपानासन
अपनी पीठ के बल लेट जाएं और दोनों घुटनों को अपनी चेस्ट की ओर खींचें। अपने घुटनों को गले लगाएँ और धीरे से अगल-बगल हिलाएँ। यह मुद्रा एब्डॉमिनल एरिया की मसाज करने, डाइजेशन को बढ़ावा देने और ब्लोटिंग से राहत दिलाने में हेल्प करती है।
4. त्रिकोणासन
खड़े होकर अपने पैरों को फैलाएं। अपने राइट फुट को बाहर की ओर टर्न करें और अपने राइट आर्म को साइड की ओर फैलाएँ, अपने राइट फुट की ओर पहुँचें। अपने लेफ्ट हैंड को ऊपर की ओर फैलाकर रखें। यह पोज़ पेट की मसल्स को खींचती है और डाइजेशन को इंप्रूव करती है, जिससे ब्लोटिंग कम होती है।
5. उत्तानासन
अपने पैरों को हिप की चौड़ाई के बराबर फैलाकर खड़े हो जाएं। हिप्स पर टिकाते हुए धीरे-धीरे आगे की ओर मोड़ें और अपनी अपर बॉडी को लटकने दें। अगर ज़रूरी हो तो आप अपने घुटनों को थोड़ा बेंड कर सकते हैं। यह पोज़ पेट के ऑर्गंस को तेज़ करने, गैस से आराम दिलाने और ब्लोटिंग को कम करने में हेल्प करती है।
6. आनंद बालासन
अपनी पीठ के बल लेटें और अपने घुटनों को अपनी छाती की ओर स्ट्रेच करें। अपने पैरों के बाहरी किनारों को पकड़ें और धीरे से अपने घुटनों को अपनी आर्मपिट्स की ओर खींचें। लोअर एब्डोमेन की मसाज करने के लिए अगल-बगल हिलाएँ। यह मुद्रा गैस रिलीज़ और ब्लॉटिंग को कम करने में हेल्प कर सकती है।