Characteristics of Emotionally Healthy People: अगर हम अपनी जिंदगी में किसी चीज की बिल्कुल परवाह नहीं करते हैं तो वो यह है कि हमें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि हम इमोशनली स्टेबल है या नहीं। हम अपनी भावनाओं को कभी नहीं सुनते हैं या इमोशनल इंटेलिजेंस के ऊपर कभी भी ध्यान नहीं देते हैं लेकिन आपको इस पर ध्यान जरूर देना चाहिए। आज हम आपको भावनात्मक रूप से स्वस्थ (Emotionally Helathy) लोगों के कुछ लक्षण बताएंगे। ऐसे लोगों से आपको सीखना चाहिए कि कैसे हम खुद के इमोशंस को मैनेज कर सकते हैं और अकेलेपन में भी खुशी ढूंढ सकते हैं। चलिए शुरू करते हैं-
Emotionally Healthy लोगों के पहचानें ये लक्षण
कम लेकिन अपने लोग
भावनात्मक रूप से स्वस्थ लोगों के ज्यादा दोस्त नहीं होते हैं। वह क्वांटिटी के ऊपर क्वालिटी को रखते हैं। इन्हें लगता है कि जो लोग इनके साथ जुड़े हैं, वो बिल्कुल रियल होने चाहिए। उनमें किसी किस्म का दिखावा या फिर लालच नहीं होना चाहिए। इन्हें लोगों को खुश करना ज्यादा अच्छा नहीं लगता है। यह सिर्फ उन लोगों की परवाह या फिक्र करते हैं जो इनको अपना 100% देते हैं। इस वजह से उनकी बहुत ज्यादा एनर्जी भी ज्यादा खर्च नहीं होती और इन्हें ज्यादा लोगों को खुश रखना भी नहीं पड़ता है।
बाउंड्रीज
सबसे जरूरी बात यह है कि आप अपनी बाउंड्रीज को मेंटेन करके रखते हैं। इनके लिए खुद की स्पेस ज्यादा मायने रखती है। वह अपनी पर्सनल स्पेस में किसी दूसरे को इंटर नहीं होने देते हैं। इससे उनकी मेंटल हेल्थ ठीक रहती है। यह दूसरे लोगों का प्रेशर कम लेते हैं क्योंकि बाउंड्रीज को साथ लेकर चलते हैं। इससे वे आप बर्नआउट नहीं होते हैं और वर्क लाइफ बैलेंस को भी मेंटेन कर सकते हैं। वे दूसरों को ना बोलने सीख जाते हैं और खुद की जरूरत को पहले रखते हैं। इससे दूसरे लोगों को बहुत परेशानी होने लग जाती है लेकिन ऐसे लोग पर्सनल ग्रोथ करने लग जाते हैं।
अकेलेपन में भी संतुष्ट
इमोशनली हेल्दी लोग खुद की कंपनी में उदास महसूस नहीं करते हैं। उन्हें अपनी खुशियों के लिए दूसरों के ऊपर निर्भर नहीं होना पड़ता है। वे अपने अकेलेपन में भी संतुष्ट होते हैं। उन्हें खुद को पूरा करने के लिए दूसरों की जरूरत नहीं होती है क्योंकि वह अपने बारे में जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए। उन्हें किस चीज की जरूरत है। इसलिए वह दूसरे के ऊपर निर्भर नहीं रहते हैं। इससे प्रोडक्टिविटी और फोकस भी बढ़ता है और आपको अपने विचारों को लेकर एक स्पष्टता आती है जिससे आप सेल्फ अवेयर होने लग जाते हैं।
माइंडफुल
जिंदगी में सिलेक्टिव होना बहुत जरूरी है। इसका मतलब है आप अपने हर हर कार्य को ध्यान से कर रहे हैं। आप जानते हैं कि इसके रिजल्ट क्या मिलेंगे। आप अपनी एनर्जी और रिसोर्सेज को सही ढंग से इस्तेमाल करते हैं। इससे आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ती है और आपकी एनर्जी की कम खपत होती है। आप जानते हैं कि आपके लिए सच में क्या मायने रखता है। आप अपना समय एनर्जी और फोकस सिर्फ जरूरी कामों के ऊपर ही देते हैं जिससे आपके पास खूब सारा समय भी होता है और उस समय में आप अपने लिए भी समय निकाल सकते हैं। आपके रिश्तों के पीछे भी एक मतलब होता है जिससे आपके हेल्दी रिलेशंस बनते हैं। आपका अपनी लाइफ के ऊपर पूरा कंट्रोल होता है।
जवाबदेह
ऐसे लोग दूसरों को गलत कहने में भी नहीं कतराते हैं लेकिन जब खुद गलत होते हैं तब उसकी भी जिम्मेदारी लेने से नहीं डरते हैं। उन्हें अपनी गलती स्वीकार करने में कोई भी शर्म या गिल्ट नहीं होता है। वह जानते हैं कि इस दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं है। हर किसी इंसान से गलती होती है और सबसे बड़ी बात यही होती है कि अगर आप उस गलती को मान लेते हैं। कई बार हम गलती को ठीक नहीं कर सकते हैं लेकिन उसे मानकर किसी का दुख जरूर कम कर सकते हैं। इसलिए ऐसे लोग स्ट्रेस, गिल्ट या फिर शर्मिंदगी में नहीं रहते बल्कि सिर उठाकर जीते हैं।