Importance Of Home Cooked Food In Hustle Culture: आजकल हमारी लाइफ फास्ट बहुत हो गई है कि जिस कारण हमारे पास समय ही नहीं होता है। इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हमारे लिए काम ही सब कुछ हो गया है। इस वजह से हम अपनी सेहत के ऊपर भी ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। हम सुबह घर से निकल जाते हैं लेकिन वापिस आने का कोई फिक्स टाइम नहीं होता है। इसके साथ ही घर आकर भी हमारा काम खत्म नहीं होता है क्योंकि टेक्नोलॉजी के कारण अब हमें कहीं भी काम करना पड़ता है। ऐसे में इस चीज का सबसे ज्यादा असर हमारे खाने के ऊपर पड़ रहा है। हम जंक फूड ज्यादा खाने लगे हैं क्योंकि यह रेडी टू ईट होता है। आज हम आपको बताएंगे कि हसल कलचर में घर के बने हुए खाने को क्यों खाना चाहिए?
जानिए इस हसल कल्चर में घर पर बने खाने की महत्ता
स्वादिष्ट और पौष्टिक तत्वों से भरपूर
घर के बने खाने में पौष्टिक तत्व होते हैं। इसलिए हमें घर का खाना ही खाना चाहिए। अगर आप एक स्वस्थ जिंदगी जीना चाहते हैं तो घर के खाने से बढ़िया कुछ भी नहीं है। आजकल लोग वजन कम करना चाहते हैं और फिट होना चाहते हैं तो ऐसे में घर का बना खाना सबसे बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। आप एक बैलेंसड मील खाएं जिसमें आपको सभी पौष्टिक तत्व मिले। आपका मील बिल्कुल प्लान होना चाहिए और हर मील में अलग-अलग पौष्टिक तत्वों को जरूर शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही आपको ऑर्गेनिक चीजें ज्यादा खानी चाहिए।
हाइजीन
आजकल के समय आप चाहे फाइव स्टार होटल से खाना खाए या फिर स्ट्रीट फूड लेकिन हाइजीन की गारंटी कोई भी नहीं दे सकता है। ऐसे में घर का बना का हुआ खाना आपके सामने बनता है और बिल्कुल फ्रेश होता है। इसके साथ ही आपको ज्यादा मसालेदार खाना भी नहीं खाना पड़ता है। इस खाने में साफ सफाई ज्यादा होती है और यह आपके हाथों का बना होता है और खाने में हाथों का स्वाद भी शामिल होता है।
प्यार बढ़ता है
जब घर पर खाना बनता है तो माहौल अलग हो जाता है सभी लोग उत्सुक होते हैं कि कब खाना बनेगा और टेबल पर आएगा। हम सब साथ बैठकर खाना खाएंगे। अगर आप अकेले भी रह रहे हैं तब भी खाना खुद बनाए क्योंकि इसमें आपका प्यार और मेहनत दोनों शामिल होते हैं। इससे खाने का स्वाद दोगुना हो जाता है। घर पर जब खाना बनता है तो आपको यह नहीं सोचना पड़ता है कि आपको कितना खाना है।
स्किल बढ़ जाता है
घर पर खाना बनाने से आपका एक स्किल भी बढ़ जाता है। जब आप घर पर खाना बनाते हैं तो बहुत सारी नई चीजों को सीखते हैं। ऐसे आपका धैर्य भी बड़ता है। आपके अंदर एक ग्रिटीट्यूड भी आता है क्योंकि इससे आप किसी के लिए कुछ कर सकते हैं। आप एक giver की पोजीशन पर आ जाते हैं। यह आसान नहीं होता है लेकिन खाने के जरिए यह चीज संभव हो जाता है। इसलिए घर पर खाना जरूर बनाना चाहिए।