/hindi/media/media_files/2025/12/01/shethepeople-images-19-2025-12-01-15-13-46.png)
Photograph: (Freepik)
पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं के लाइफस्टाइल में काफी बदलाव देखा गया है। महिलाएं अब सिर्फ़ दूसरों के लिए ही नहीं जीती बल्कि ख़ुद के लिए भी जीना सीख रही हैं। जहां पहले महिलाओं के लिए शॉपिंग का मतलब केवल ज़रूरत पूरी करने के साधन के रूप में देखा जाता था, वहीं अब ये महिलाओं के पर्सनैलिटी और उनकी पसंद को ज़ाहिर करने का माध्यम बन गया है।
पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं की लाइफस्टाइल में बड़ा बदलाव आया है। महिलाएं अब सिर्फ़ दूसरों के लिए जीवन नहीं जीतीं, बल्कि अपनी ज़रूरतों और पसंद को भी बराबर महत्व देने लगी हैं। पहले शॉपिंग केवल ज़रूरतें पूरी करने का साधन मानी जाती थी, लेकिन अब यह उनकी पर्सनैलिटी, पसंद और self-care का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। महिलाएं अब खुद में निवेश करना और अपनी पहचान को खुलकर व्यक्त करना सीख रही हैं।
Self Care: शॉपिंग से सेल्फ केयर तक बदलती महिलाओं की Lifestyle Choices
1. माइंडसेट शिफ्ट
ज़माना बदल रहा है और उसके साथ ही बदल रही है महिलाओं की सोच। पहले शॉपिंग का फोकस परिवार या घर की ज़रूरतें, गहने और कपड़े हुआ करते थे और समाज भी महिलाओं को अपनी lifestyle पर ध्यान देने को selfish करार देता था। लेकिन अब महिलाएं अपनी अहमियत भी समझने लगी हैं। वो ख़ुद पर ध्यान देने लगी हैं। आज महिलाएं फैमिली केयर और self-care के बीच बैलेन्स बनाकर चलना सीख रही है।
2. सेल्फ केयर का rising trends
स्किन केयर, फिटनेस, मेंटल हैल्थ, मेडिटेशन, स्पा जैसी चीज़ें महिलाओं की रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन रही हैं। महिलाएं अब खुद में invest करना भी ज़रूरी समझने लगी हैं। महिलाओं की लाइफस्टाइल में कम्फर्ट, हैल्थ और individuality प्राथमिकता बन गई हैं। महिलाएं अब जान गई हैं कि सेल्फ केयर कोई लग्ज़री नहीं बल्कि एक ज़रूरत है।
3. फाइनेंशियल इंडीपेंडेंस का असर
पहले महिलाएं दूसरों पर निर्भर रहती थी और खुद पर खर्च करने में कतराती थी। वहीं अब वो Financially independent हो गई है। वो मानने लगी है कि ख़ुद को ख़ुश रखना उनकी अपनी जिम्मेदारी है। अब वो अपने आप को समय देना और खुद पर पैसा खर्च करना भी सीख रही हैं। एक तरह से उनकी आत्मनिर्भरता उनके सेल्फ कोन्फिडेंस को और भी बढ़ा देता है।
4. सोशल मीडिया की भूमिका
महिलाओं के लाइफ स्टाइल में आए इस बदलाव में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने सबसे अहम भूमिका निभाई है। इसके ज़रिए महिलाएं अपने आप को लोगों के सामने प्रज़ेंट करना और अपने अपिरियंस से खुद को एक्सप्रेस करना सीख गई है। किस तरह के इवेंट पर किस तरह से खुद को कॉन्फ़िडेंट लुक्स देना, फ़िट रहना, स्किन पर ध्यान देने जैसे तरीके अपनाने लगी है।
5. मानसिक आज़ादी और सीमाएं तय करना
आज की महिलाएं सिर्फ़ अपने लुक्स या लाइफस्टाइल पर ही नहीं, बल्कि अपनी इमोशनल well-being पर भी ध्यान दे रही हैं। अब महिलाएं यह समझने लगी हैं कि हर रिश्ते में अपनी ज़रूरतें, स्पेस और mental peace को महत्व देना ज़रूरी है। वे अब “ना कहना”, अपनी boundaries सेट करना, टॉक्सिक लोगों से दूरी बनाना और mental peace को प्राथमिकता देना सीख रही हैं। यह बदलाव महिलाओं की self-worth को strong करता है और उन्हें एक बैलेंस्ड, एम्पावर्ड और कॉन्फ़िडेंट जीवन जीने में मदद करता है।
/hindi/media/agency_attachments/zkkRppHJG3bMHY3whVsk.png)
Follow Us