Benefits Of Massage Therapy After Childbirth: पोस्ट पार्टम मसाज एक अलग तरह की मसाज है जो माँ को डिलीवरी के बाद मदद करने के लिए डिज़ाइन कि गयी है। यह उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने और उन्हें डिलीवरी के बाद की कंडीशंस में आराम प्रदान करने में मदद करता है। इसके माध्यम से, शारीरिक तनाव को कम किया जा सकता है, पीठ और पैरों की दर्द को कम किया जा सकता है और मांसपेशियों को फिर से एक्टिव किया जा सकता है ताकि शारीरिक और मानसिक आराम मिल सके।
डिलीवरी के बाद मालिश कराने के फायदे
1. शारीरिक संतुलन
पोस्टपार्टम मसाज शारीरिक संतुलन को सही रखने में मदद कर सकता है। डिलीवरी के बाद, महिलाओं की शारीरिक बनावट बदल जाती हैं। पोस्टपार्टम मसाज उनके शारीरिक बदलाव को सही बनाने में मदद कर सकता है और संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसके माध्यम से, तनाव को कम किया जा सकता है, मांसपेशियों को शांत किया जा सकता है और शारीरिक तनाव को खोलने में मदद मिलती है।
2. लोअर बॉडी पेन
डिलीवरी के बाद, महिलाओं के लोअर बॉडी खासकर पीठ, कमर और पैरों में दर्द हो सकता है। पोस्टपार्टम मसाज से दर्द को कम किया जा सकता है, मांसपेशियों को शांत किया जा सकता है और शारीरिक तनाव को खोलने में मदद मिलती है। इससे उनको उनके लोअर बॉडी में होने वाले दर्द से राहत मिलती है और वे अपने नए मातृत्व कार्यों को आराम से कर पाती हैं।
3. ब्रेस्ट की सेहत
पोस्टपार्टम मसाज ब्रेस्ट की सेहत सही रखने और दूध को बनाने में मदद कर सकता है। मसाज से, स्तन के आसपास की मांसपेशियों को एक्टिव किया जा सकता है, जिससे दूध के निर्माण को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा, मसाज स्तनों की ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है।
4. स्ट्रेस को कम करना
डिलीवरी के बाद, माओं को अक्सर भावनात्मक और शारीरिक तौर पर स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है। पोस्टपार्टम मसाज द्वारा, शारीरिक तनाव को कम किया जा सकता है, स्तनों की संरचना को सुधारा जा सकता है और मांसपेशियों को शांत किया जा सकता है, जिससे माताओं को शांति और संतुष्टि की भावना मिल सकती है। इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है और स्ट्रेस को कम किया जा सकता है।
5. सुजन को कम
डिलीवरी के बाद, महिलाओं के शरीर में स्तन, पेट, पैर आदि में सुजन या सूजन की समस्या हो सकती है। मसाज करने से सुजन में राहत मिलती है, क्योंकि यह मांसपेशियों को एक्टिव करने और उन्हें खींचने का काम करता है, जिससे रुका हुआ ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और सुजन में कमी आती है। इसके अलावा, मसाज से शारीरिक तनाव को भी कम किया जा सकता है, जिससे लहू का संचार बढ़ता है और सूजन में राहत मिलती है।
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