Nutrition And Healthy lifestyle In IVF: अपने लाइफस्टाइल और अनुवांशिक तकलीफों की वजह से आजकल महिलाए IVF का सहारा लेने लगी हैं। IVF (In Vitro Fertilization) एक प्रसिद्ध तकनीक है जो कई महिलाओं को गर्भधारण की क्षमता में सहायता प्रदान करती है। IVF तकनीक में, अंडा और शुक्राणु को पेट्री डिश में मिलाया जाता है और फिर उनके विकसित भ्रूण को मां की गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। यह उन महिलाओं के लिए एक विकल्प हो सकता है जिनके पास अन्य तकनीकों के माध्यम से गर्भाधान की क्षमता कम है। IVF का उपयोग कई कारणों से किया जा सकता है, जैसे कि: अंडाशय की कमी, शुक्राणु की कमी, अंडा और शुक्राणु के मिलन में कठिनाई या अन्य मेडिकल समस्याएं। IVF के माध्यम से गर्भधारण में सहायक हो सकती है।
आईवीएफ में नुट्रिशन और सेहत का ध्यान रखना बेहद अहम
1. संतुलित आहार
IVF के पहले और दौरान संतुलित आहार बहुत महत्वपूर्ण है। संतुलित आहार लेने से आपके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और कंसीव करने की क्षमता में भी वृद्धि होती है। अपने आहार में फल और सब्जियां जैसे कि अंगूर, सेब, गाजर, पपीता, लौकी आदि जरूर शामिल करें। इसके साथ ही अनाज जैसे कि चावल, गेहूं, जौ आदि जैसे चीज़ें भी आपको संपूर्ण पोषण देने में सक्षम होती है। अच्छी स्रोतों से प्रोटीन लें, जैसे कि दूध, दही, पनीर, मांस, मछली, और दाल। प्रोटीन गर्भाधान की क्षमता को बढ़ावा देता है। आपको अच्छे फैट्स की आवश्यकता भी इस दौरान पड़ती है, जैसे कि ऑलिव ऑयल, कोकोनट ऑयल, गाय का घी, बादाम, अखरोट आदि। पर्याप्त पानी पीना आपके शारीर के तंत्रिका को अच्छे से काम करने में मदद करता हैं
2. फोलिक एसिड
फोलिक एसिड गर्भावस्था के पहले तीन महीने में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट्स का खतरा कम कर सकता है। इसलिए, आपको फोलिक एसिड युक्त आहार खाना चाहिए या फिर डॉक्टर द्वारा निर्देशित फोलिक एसिड पर्याप्त मात्रा में लेना चाहिए।
3. हेल्दी वजन
अधिक या कम वजन गर्भाधान की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। सही वजन पर रहने के लिए हेल्दी और नियमित व्यायाम करें। इसीलिए समय समय पर अपना वजन जांचे और इसी अनुसार आगे बड़े।
4. पोषक तत्वों की संपूर्णता
अपने आहार में सभी पोषक तत्वों की संपूर्णता को ध्यान में रखें, जैसे कि फोलेट, आयरन, कैल्शियम और विटामिन D। ऐसे आहार चुने जिनसे यह सब तत्व आपको अच्छे से मिल पाए और आपके बच्चे और आपको सही ढंग से पोषण मिल पाए।
5. स्ट्रेस प्रबंधन
स्ट्रेस कम करने के लिए ध्यान, योग और प्राणायाम जैसी तकनीकें अपनाएं। अपने साथी या परिवार के सदस्यों के साथ खुले मन से बातचीत करें। अपनी भावनाओं को शेयर करने से आपको आराम मिलेगा और आपका शांति मिलेगी। आप स्वयं को प्रेरित करने के लिए पसंदीदा गतिविधियों में समय बिता सकती है जैसे योग, ध्यान, अभिनय आदि। अपने आसपास के वातावरण को संरक्षित करें। तनाव और अशांति वाले स्थितियों से दूर रहें और अपने आप को सकारात्मक और शांत वातावरण में रखने का प्रयास करें। स्ट्रेस को प्रबंधित करना महत्वपूर्ण है, खासकर IVF प्रक्रिया के दौरान, क्योंकि यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
6. नियमित चेकअप
अपने डॉक्टर के साथ नियमित चेकअप रखें और उनकी सलाह का पालन करें। उन्हें आपकी स्थिति के बारे में सही जानकारी और सलाह देने में मदद मिलेगी।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।