Finding Balance in Relationship Power Dynamics: बचपन से एक औरत को यह सिखाया जाता है कि कैसे शादी के बाद उसे एक आज्ञाकारी बहू और पत्नी बनना है। बचपन से ही मदर ऐसी ट्रेनिंग शुरू कर देती है। अगर कोई लड़की का ध्यान घर के कामकाज में नहीं होता है या फिर बोल्ड होती है तो ऐसा कहा जाता है कि तुम्हारी शादी नहीं होगी या तुम्हें एक अच्छा लड़का नहीं मिलेगा। वहीं पर जब लड़कों की बात आती है तो उन्हें सिखाया जाता है कि कैसे उन्हें अपनी पत्नी को कंट्रोल करना है। ऐसी सोच के कारण आज भी बहुत सारी महिलाएं रिश्ते में बराबरी का दर्जा नहीं हासिल कर पाईं क्योंकि उन्हें हमेशा ही झुकना सिखाया गया है। चलिए आज हम इस विषय के ऊपर बात करेंगे-
रिश्ते में महिलाएं हों आज्ञाकारी लेकिन पुरुष होने चाहिए प्रभुत्वशाली और स्वतंत्र
हमारे समाज में रिलेशनशिप की परिभाषा बहुत गलत है। हमें बताया जाता है कि रिलेशनशिप में पुरुष का दर्जा महिला से ऊपर होता है। उसे ही सभी फैसले लेने होते हैं। इसके कारण महिलाओं को कभी भी बराबरी का दर्जा नहीं मिलता है। पुरुषों की परवरिश भी ऐसे ही की जाती है जिसके कारण वह डोमिनेट बन जाते हैं और महिला को अपने हिसाब से रहने के लिए कहते हैं। एक पुरुष को कभी भी अपनी पत्नी से यह नहीं पूछना पड़ता है कि वह यह काम कर सकता है या फिर वह ऐसे कपड़े पहन सकता है लेकिन हर बार महिला को हर चीज के लिए पुरुष से पूछना पड़ता है।
ऐसे में अगर कोई महिला इस बात को लेकर शिकायत करती है कि उसे ही क्यों हमेशा अपने पति से पूछना पड़ता है तो समाज में उन्हें यह सुनने को मिलता है कि कैसी बातें कर रही हो। यह एक नियम है कि रिश्ते में पुरुष ही प्रधान होते हैं? महिलाओं ने ऐसा क्या जुर्म किया है कि उन्हें हमेशा ही एडजस्ट करना पड़ता है और वह अपने तरीके से अपनी जिंदगी को जी नहीं सकती। रिलेशनशिप में होने का मतलब यह नहीं होता है कि आपको झुक कर या फिर एक आज्ञाकारी बनकर ही रहना पड़ेगा। हमें इस सोच को बदलना होगा और महिलाओं को कभी भी एक रिश्ते को बचाने के लिए खुद को कंप्रोमाइज करने की जरूरत नहीं है।
आपको कभी भी यह सोचने की जरूरत नहीं है कि आप किसी से कम है या फिर आप में काबिलियत नहीं है। आपकी वजह से ही रिश्ता चल रहा है क्योंकि रिश्ता कभी भी एक पार्टनर की वजह से नहीं चलता। जब दोनों एक साथ मिलकर आगे बढ़ते हैं तभी रिश्ता ग्रो करता है। अगर आपका पति आपके लिए कमाकर लेकर आता है तो आप भी घर पर रहकर सभी जिम्मेदारियां को पूरा करते हैं जैसे परिवार की देखभाल करते हैं। इसलिए कभी भी खुद को कम समझने की गलती मत करें और हमेशा ही रिश्ते में सेल्फ रिस्पेक्ट को ठेस मत पहुंचने दें।