Motherhood Struggles: एक महिला का माँ बनना जीवन का सबसे सुखद एहसास हो सकता है क्योंकि इससे जीवन के नए पड़ाव की शुरुआत होती है। आपका जीवन में रोल बदल जाता है और आपकी पहचान एक मां से होने लग जाती है। इस सफर में बहुत सारे उतार चढ़ाव भी देखने को मिलते हैं चाहे वो मानसिक सेहत से जुड़े हों या फिर शारीरिक। इनके बारे में कोई भी बात नहीं करता है। एक मां के स्ट्रगल्स की बात आती है तो उसे बहुत ही नॉर्मलाइज कर दिया जाता है जैसे मां बनने पर इतना तो सहन करना ही पड़ता है। कई बार तो यह कहने की भी अनुमति नहीं होती है कि मदरहुड कठिन है। आज हम इसके उपर ही बात करेंगे-
Motherhood Struggles: औरतों को यह कहने में कोई शर्म नहीं होनी चाहिए कि "मां बनना कठिन है"
देखिए, हर औरत यह कह सकती है कि मदरहुड कठिन है और इसमें कुछ भी बुरा नहीं है। इसमें आपको प्रेगनेंसी से लेकर बच्चों की डिलीवरी तक और उसके बाद पालन पोषण के दौरान बहुत सारे बलिदान करने पड़ते हैं। एक मदर को कई बार, खुद को पीछे रखकर बच्चों के बारे में सोचना पड़ता है। आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बीच में बैलेंस मेंटेन करना मुश्किल हो जाता है। औरबहुत सारे मौके छोड़ने पड़ते हैं। ऐसे में अगर कोई महिला यह कह रही है कि मदरहुड कठिन है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है या फिर यह ऐसा नहीं है कि वो अपने मां बनने को कोस रही है।
अच्छी माँ बनने का प्रेशर
इसके साथ ही महिला के ऊपर अच्छी मां बनने का प्रेशर भी होता है कि वो अपनी मां होने के साथ-साथ अच्छी पत्नी और बहु की जिम्मेदारियां को भी पूरा करें। इसके साथ ही वह ऐसी मां बने जो हर काम कर सके। अगर उसे बच्चों के लिए अपना करियर भी छोड़ना पड़े तब भी छोड़ देती है। इसलिए आप अपने मन में अच्छी मां बनने का प्रेशर मत ले। आप जितना अपने बच्चों के लिए या फिर फैमिली के लिए कर सकते हैं, उतना ही करें। अगर आप ज्यादा चीजों का बोझ लेंगे तो उससे आपको स्ट्रेस होगा और आप बर्नआउट फील करेंगे। आपकी प्रोडक्टिविटी कम होगी।
पार्टनर से बात करना जरूरी
अगर आपको किसी भी चीज में दिक्कत हो रही है या फिर आपको लग रहा है कि आपके ऊपर काम का ज्यादा बोझ है तो इस बारे में आप पार्टनर से जरूर बात करें। आप अपने कामों को उनके साथ बांट सकते हैं। मदरहुड एक जर्नी है जो कि बिल्कुल भी आसान नहीं है। इस जर्नी में बच्चों को ब्रेस्टफीड करवाना, हाइजीन का ध्यान रखना, पूरा दिन घर पर रहना ताकि बच्चे की प्रॉपर केयर हो सके, फ्रेंड्स का साथ छूट जाना, करियर पर रोक लग जाना और घर के बाकी कामों पर भी ध्यान देना शामिल हो सकते हैं। ऐसे में आप पार्टनर से हेल्प जरुर मांगे क्योंकि यह सब अकेले करना आपके लिए कठिन हो सकता है। पार्टनर की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसे समय में आपके साथ हमेशा रहे और आपकी सेहत का ध्यान रखें। उनके साथ बातचीत करें और उन्हें अपनी प्रॉब्लम्स बताएं जिससे वो समझ सके कि आप परेशान हैं। उनसे यह मत आशा करें कि वो आपकी बात को बिना बोले ही समझ जाएंगे।
अंत में, महिलाओं को यह बात कहने में कोई शर्म या गलत महसूस नहीं करना चाहिए कि मां बनना कठिन हो सकता है क्योंकि इस दौरान उन्हें बहुत सारे बदलाव झेलने पड़ते हैं। इसके साथ ही आप अच्छी मां बनने का प्रेशर मत ले। आप बहुत अच्छा कर रही हैं जितना हो सकता है आप उतना ही कीजिए। पार्टनर से खुलकर बात कीजिए। उन्हें भी अपनी जर्नी का हिस्सा बनाएं। इन सब के साथ खुद पर ध्यान देना मत भूलिए और अपनी इंडिविजुअल आइडेंटिटी को बरकरार रखें।