Why Women's Bodies are Policed and Men's are Not: ममहिलाओं के वजन को लेकर समाज में बहुत सारी गलत धारणाएं हैं। अगर किसी महिला का वजन थोड़ा भी बढ़ जाता है तो बहुत सारे लोग सलाह देने लग जाते हैं। महिलाएं अपने जीवन में बहुत सारे कारणों से हार्मोनल उतार-चढ़ाव से गुजरती हैं जिस वजह से कई बार उनका वजन कम या ज्यादा हो जाता है। बहुत सारे लोग इस बात को समझते नहीं है।
हमारे समाज में अनरियलिस्टिक ब्यूटी स्टैंडर्ड हैं जिनकी वजह से महिलाओं को Fatshaming का सामना करना पड़ता है। उन्हें ऐसा महसूस करवाया जाता है कि अगर उनका वजन कम नहीं हुआ तो कोई भी उनसे प्यार नहीं करेगा या फिर समाज में उन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा। आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि पुरुषों के extra weight को स्वीकार किया जाता है लेकिन महिलाओं के वजन बढ़ने को क्यों नहीं?
क्यों महिलाओं के शरीर पर पाबंदी और पुरुषों पर नहीं?
हमारे समाज में अगर किसी महिला का वजन बढ़ जाता है तो समाज उसे बहुत ज्यादा बुरा महसूस करवाया जाता है। उसके लिए बहुत सारी चीजों को मना कर दिया जाता है जैसे उसे बिकनी नहीं पहनना चाहिए। उसे ड्रेस नहीं पहनना चाहिए या मनपसंद खाना नहीं खाना चाहिए। उसे बीच पर नहीं जाना चाहिए लेकिन यह सब कुछ डिसाइड कौन करता है कि extra वजन वाले व्यक्ति को क्या करना चाहिए और क्या नहीं। इसके साथ ही हमें यह कैसे मालूम है कि आइडियल वजन क्या होता है। हैरानी की बात यह भी है ये सब कुछ महिलाओं के ऊपर ही लागू होता है। पुरुषों के वजन बढ़ने पर कोई उन्हें नहीं कहता है कि तुम्हें किस तरह के कपड़े पहनने हैं या फिर तुम बीच पर क्या करने आए हो। ऐसी अपेक्षाएं महिलाओं से ही की जाती हैं।
महिलाओं को उनकी बॉडी के बारे में बुरा महसूस करवाया जाता है। हालांकि महिलाएं पुरुषों से ज्यादा उतार-चढ़ावों से गुजरती हैं जिसके कारण उनका वजन कम या ज्यादा हो जाता है। प्रेगनेंसीके बाद अगर किसी महिला का वजन बढ़ भी जाता है तो उसमें कुछ भी गलत बात नहीं है। बहुत सारी महिलाएं इस डर से खाना छोड़ देती है या फिर कम खाती हैं कि उनका वजन बढ़ जाएगा। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि एक महिला के ऊपर फिट रहने का कितना बड़ा प्रेशर होता है। इसके साथ ही इस बात को कैसे डिसाइड किया जाता है कि कौन महिला कम वज़नी या ज्यादा है। फूड आपकी बेसिक नीड है। इसके लिए आपको किसी वैलिडेशन या फिर परमिशन की जरूरत नहीं है, आप खाना अपनी मर्जी से खा सकते हैं।
इसके साथ ही वजन आपकी वर्थ को डिसाइड नहीं कर सकता है। अगर कोई व्यक्ति सिर्फ आपको अपने पसंद के लिए जज कर रहा है तो आपको उसके साथ कोई भी संबंध रखने की जरूरत नहीं है। आपका वजन बढ़ना या कम होना आपकी फिटनेस को नहीं बताता है। हमारे बॉडी में बहुत सारे बदलाव होते हैं जिसके कारण वजन कम होता या बढ़ता रहता है। वजन बढ़ना कोई गुनाह नहीं है। आप सब एक्टिविटीज को इंजॉय कर सकते हैं। यह सिर्फ समाज की सोच है जिसे आपको अपने ऊपर हावी नहीं होने देना है। आप दूसरों के ओपिनियन से अपनी जिंदगी को जीना मत बंद करें।