Women Are Allowed To Fulfill Their Dreams: महिलाओं को सपने देखने की आजादी आज भी बहुत कम है। उनके सपनों को ज्यादा भाव दिया नहीं जाता है। उन्हें हमेशा नीचा दिखाया जाता है और सपने पूरे करने का मौका भी नहीं दिया जाता है। वहीं जिन परिवारों की तरफ से महिलाओं को सपोर्ट मिलता है और आगे बढ़ने का मौका दिया गया है तो उन महिलाओं ने अपने परिवार के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन किया है। आप ओलंपिक में भी ऐसे उदाहरण को देख सकते हैं। इसके उल्ट जब महिलाओं को बाधित कर दिया जाता है और उन्हें जिंदगी जीने का मौका नहीं दिया जाता है तब वो खुद को कहीं खो देती हैं। चलिए आज महिलाओं के सपनों के ऊपर बात करते हैं-
महिलाएं अपने सपने पूरे कर सकती हैं क्योंकि उनके सपने वैलिड हैं
सबसे पहली बात महिलाएं बड़े-बड़े सपने देख सकती हैं और उनके सपने वैलिड हैं। जो लोग यह कहते हैं कि महिला है तो कुछ कर नहीं सकती, उन्हें अपनी सोच बदलने की जरूरत है। एक महिला अगर एक बच्चे को जन्म दे सकती है तो आपको उसकी लिमिट को टेस्ट करने की जरूरत नहीं है। आप महिलाओं को रोककर भी इसलिए रखते हैं क्योंकि आपको पता है कि वे आपसे आगे निकल जाएंगी। आज की महिला घर के साथ-साथ ऑफिस भी संभाल रही हैं लेकिन पुरुष यह दोनों काम कभी भी बैलेंस नहीं कर सकते हैं लेकिन हमें मजा तब आता है, जब हम महिलाओं को नीचा दिखाते हैं या फिर अयोग्य मान देते हैं।
आज के समय में हमें अपनी बेटियों को सपने देखने देने चाहिए और उनका साथ देना चाहिए। आप नहीं जानते हैं कि आपके घर में कल्पना चावला, हरमनप्रीत कौर, मैरी कॉम, प्रियंका चोपड़ा या फिर सुनीता विलियम जैसी महिलाएं पैदा हो सकती हैं। अगर आप अपनी बेटी के पंख नहीं काटेंगे तो वह जरूर ऐसी उड़ान भरेगी जिसके ऊपर सबको गर्व होगा। अगर आप उसके सपनों को इनवेलिड मानकर उसकी शादी कर देंगे या फिर उसे घर पर ही रखेंगे तब आप महिलाओं से कुछ उम्मीद नहीं कर सकते हैं।