Daily Reminders for a Stronger Bond: स्वस्थ रिश्ता हमारी मानसिक सेहत और वेल्बीइंग के लिए बहुत जरूरी है लेकिन हम इसकी अहमियत नहीं समझते हैं। स्वस्थ रिश्ते में आप पार्टनर के साथ-साथ खुद की ग्रोथ को भी देखते हैं। आप की शारीरिक और मानसिक सेहत के ऊपर भी पॉजिटिव असर दिखाई देता है। इससे आप खुश रहने लगते हैं और आपका सेल्फ एस्टीम भी बढ़ने लग जाता है। आप खुद को भी जानना शुरू कर देते हैं और पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत करते हैं जिससे आपका मेंटल स्ट्रेस भी कम होता है। चलिए जानते हैं कि एक स्वस्थ रिश्ते के लिए हमें किन बातों को याद रखना चाहिए-
स्वस्थ रिश्ता बनाएं रखने के लिए याद रखें ये बातें
Individuality खत्म नहीं होनी चाहिए
किसी भी रिश्ते में आपकी इंडिविजुअलटी खत्म नहीं होनी चाहिए। बहुत सारी महिलाएं रिश्ते में आने के बाद अपनी इंडिविजुअलटी खोने लग जाती हैं। उनकी सारी जिंदगी अपने पार्टनर के आसपास ही घूमती है। उन्हें लगता है कि अब उनकी जिंदगी पार्टनर को समर्पित हो गई है। वह दूसरों के लिए कंप्रोमाइज करना शुरू कर देती हैं और ऐसे ही वह खुद को खोना शुरू कर देती हैं। एक हेल्थी रिश्ते में कोई भी पार्टनर अपनी इंडिविजुअलटी को खत्म नहीं करता है बल्कि अपनी इंडिविजुअलटी को बरकरार रखते हुए पार्टनर की ग्रोथ को भी निश्चित करता है।
एक-दूसरे का आदर करें
किसी भी रिश्ते में एक दूसरे का आदर जरूर होना चाहिए। रिश्ते मेंम्युचुअल रिस्पेक्ट का होना बहुत जरूरी है। जब एक पार्टनर को हमेशा ही रिश्ते में नीचा दिखाया जाता है या फिर उसकी वैल्यू नहीं की जाती है तो वह पार्टनर खुद की भी रिस्पेक्ट नहीं करता है। उसे लगता है कि रिश्ते में उसकी वजह से ही समस्याएं आ रही हैं या फिर उसमें ही कोई कमी है। लेकिन रिलेशनशिप में कोई भी व्यक्ति बड़ा या छोटा नहीं होता है। दोनों एक साथ चलते हैं तब ही रिलेशनशिप सक्सेसफुल हो पाता है।
इमोशनल सपोर्ट
एक दूसरे को इमोशनल सपोर्ट करना बहुत जरूरी है। कई लोग रिश्ते में अपने इमोशंस को व्यक्त नहीं कर पाते हैं। उन्हें समझ ही नहीं आता है कि उन्हें क्या महसूस हो रहा है या फिर वह अपनी भावनाओं को मैनेज ही नहीं कर पाते हैं। ऐसे में अगर आप अपने पार्टनर को इमोशनल सपोर्ट देते हैं और मुश्किल समय में उनके साथ खड़े रहते हैं तो रिश्ता स्वस्थ बन जाता है। ऐसे रिश्ते में आपकी ग्रोथ होती है। आप अपने पार्टनर के साथ खुलकर बातचीत करते हैं और रिश्ते में माहौल भी कंफर्टेबल होता है। आप एक दूसरे को सुनते हैं और कभी भी नजरअंदाज नहीं करते हैं। आप उनकी फीलिंग्स को वैलिडेट भी करते हैं और उनके लिए ऐसा माहौल बनाते हैं जहां पर वह अपने आप को व्यक्त कर सकें।
बाउंड्रीज खत्म नहीं होनी चाहिए
रिश्ते में पर्सनल स्पेस का होना बहुत जरूरी है। अगर आपको रिश्ते में पर्सनल स्पेस नहीं मिल रहा है या फिर हर वक्त आपसे पूछताछ हो रही है तो ऐसे में आपको घुटन महसूस होने लग जाती है। आपके लिए ऐसा रिश्ता बोझ बनने लग जाता है। आपको लगता है कि आपकी इस रिलेशनशिप से किसी तरह से छुटकारा मिल जाए लेकिन दूसरी तरफ अगर आप हेल्दी रिलेशनशिप की नींव रखना चाहते हैं तो आप अपने पार्टनर की बाउंड्रीज की रिस्पेक्ट करते हैं। आप उनकी पर्सनल स्पेस का ध्यान रखते हैं और खुद भी बाउंड्रीज सेट करते हैं।
मैनिपुलेशन नहीं होनी चाहिए
हेल्दी रिलेशनशिप में मैनिपुलेशन नहीं होती है। आप पार्टनर से झूठ नहीं बोलते हैं बल्कि रिश्ते को विश्वास की नींव पर खड़ा करते हैं। आप पार्टनर के साथ हर बात शेयर करते हैं। आप उनसे सवाल जवाब नहीं करते बल्कि अपनी जिम्मेदारी समझ कर उनके साथ हर बात शेयर करते हैं और उनकी हर बात के बारे में आपको भी पता होता है। जब रिश्ते में गैसलाइटिंग या फिर मैनिपुलेशन होनी शुरू हो जाती है तो रिश्ते में प्यार कम होने लग जाता है। आपके बीच में कम्युनिकेशन गैप आने लग जाता है। आप एक दूसरे से दूर होने लग जाते हैं और आपको समझ ही नहीं लगता है कि कब रिश्ता टूटने की कगार पर आ जाता है।