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LGBTQA+ Child: हमारे समाज में LGBTQ को लेकर अभी भी सहजता नहीं है हालाँकि यह चीज़ बिल्कुल नॉर्मल है। माँ-बाप की बात करें तो जब वह इस चीज़ का सामना करते हैं कि उनके बच्चे LGBTQ कम्यूनिटी से हैं तब वह इस बात को पचा नहीं पाते हैं। वह अपने बच्चे की स्वीकार नहीं कर पाते हैं। इसके दो कारण हो सकते हैं एक इसके बारे में अधिक जानकारी ना होना और दूसरा समाज का डर क्यूँकि समाज में इस चीज़ को नीच समझा जाता है। चलिए आज जानते हैं कि कैसे आप अपने बच्चे को इस सफ़र में साथ और सुरक्षित महसूस करवा सकते हैं।
कैसे कर सकते हैं माँ-बाप LGBTQ बच्चे को स्वीकार
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उन्हें समझे
सबसे पहले जब भी पेरेंट्स को पता चले कि आपका बच्चा एलजीबीटी कम्युनिटी से है तब सबसे पहले आप नॉर्मल व्यवहार करें। उन्हें आप समझे और बुरा मत महसूस करवाएं। जब आप उन्हें समझने लगेंगे तब उन्हे में हौसला मिलेंगा। -
उनको स्वीकार करें
सबसे बढ़ी चीज जो है आपके बच्चे जैसे भी हैं उन्हे स्वीकार करें। जब वह आपसे इस चीज के बारे में बात करें उन्हें सुने। उनकी सभी आदतों, चॉइसेस को स्वीकार करें। आप उन पर अपना साकारात्मक प्रभाव डालें। -
उनका सहारा बनें
सपोर्ट बहुत जरूरी है इसके बिना व्यक्ति टूट जाता है। जब पूरा समाज उन पर उंगली उठाएं तब आप उनके सिर पर हाथ रखें। उन्हें विश्वास दिलाएं कोई जो मर्जी कहे लेकिन आप उनके साथ में हैं। -
उन्हें सुरक्षित रखें
हमारे समाज में अभी LGBTQA के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता है। उनके साथ मार पीट की जाती है और उनके लिए अपशब्दों का प्रयोग किया जाता है। इसलिए मां बाप उन्हे यह महसूस करवाएं वह उनके साथ सुरक्षित है। इसके साथ उनके दोस्त या भाई बहन उनका मजाक नहीं बनाएंगे। -
उनके साथ चीजों को सीखें
अगर आप इस चीज के बारे में नहीं जानते है तो मां बाप भी बच्चों के साथ इस विषय पर ज्ञान लें। आप इसके बारे में पढ़े, वीडियो कंटेंट देखें। इसके साथ आप इस कम्युनिटी के लोगों के साथ बातचीत करें। बच्चों को उनसे मिलवाएं जिससे लगेगा वे अकेले नहीं है और यह नॉर्मल हैं। -
इसमें कुछ ग़लत नहीं है
यह बिलकुल एक नॉर्मल चीज है। इसमें सिर्फ व्यक्ति की सेक्शुअल ओरिएंटेशन के बारे में पता चलता है। इससे इंसान में कोई बदलाव नहीं आते हैं। यह कोई श्राप या बीमारी नहीं है। हमें इस बात को समझना होगा और इसे नॉर्मल ही समझना होगा। आपका बच्चा LGBTQ से है तो आप इसमें कोई शर्म महसूस मत करें। इस चीज का खुलकर समर्थन करें। -
उन्हें के साथ दुर्व्यवहार मत करें
मां बाप बच्चों के साथ अब्यूज मत करें।उन्हें समझने की कोशिश करें। उनके साथ बैठे, बातें करें। समाज पहले ही बहुत कठोर है लेकिन आप इस सफ़र में उनका सहारा बनें बाधा नहीं।