Is it good to say no for child if you are not: ready: एक महिला के ऊपर बच्चा पैदा करने का प्रेशर बहुत ज्यादा होता है। अगर शादी के कुछ समय बाद बच्चा ना हो तो लोग तरह-तरह की बातें बनाने लग जाते हैं या फिर आपके रिलेशनशिप को जज किया जाता है। ऐसा जरूरी नहीं होता है कि हर महिला को बच्चा चाहिए। लोग इस बात को स्वीकार नहीं करते। उन्हें लगता है कि हर औरत का सपना ही माँ बनना होता है लेकिन ऐसा नहीं है। कुछ महिलाएं अपने जीवन में बच्चा नहीं चाहती और यह पूर्ण रूप से नॉर्मल है। चलिए आज हम बात करते हैं कि क्या मना करना सही है जब आप बच्चा नहीं चाहते या फिर उसके लिए तैयार नहीं हैं।
क्या बच्चे के लिए तैयार न होने पर मना करना सही है?
सबसे पहले आप इस बात को समझें कि जब आप बच्चों के लिए तैयार नहीं हैं तो आपको बच्चा बिल्कुल भी प्लान नहीं करना चाहिए। ऐसे में आप बहुत सही डिसीजन ले रहे हैं क्योंकि जब आप मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से बच्चे को पालने के लिए तैयार नहीं है तो आप उसकी परवरिश में पूरी तरह से शामिल नहीं होंगे। आपके लिए वह बच्चा बोझ बन जाएगा। इसलिए कभी भी दूसरों के प्रेशर में आकर बच्चे पैदा करने का मत सोचें। सबसे पहले आप खुद को जाने कि आप क्या चाहते हैं। आप बच्चे प्लान करने का फैसला दूसरों के प्रेशर में आकर ले रहे हैं या फिर आप सच मच में ऐसा चाहते हैं
पैरंटहुड एक जर्नी है जिसमें आपको बहुत सारे बदलाव में से गुजरना पड़ता है। ऐसे में अगर आप तैयार ही नहीं है तो आप इस जर्नी में कभी भी सक्सेसफुल नहीं हो पाएंगे। इसलिए हमेशा ही अपनी वेल्बीइंग को प्राथमिकता दें और दूसरों को मना करना सीखें। लोग कभी भी आपके लिए फैसला नहीं ले सकते हैं। आप अपने आप को बेहतर जानते हैं और उस हिसाब से आप अपने लिए बेस्ट डिसीजन ले सकते हैं। दूसरों के प्रेशर में आकर लिए हुए फैसले के कारण आपको ही पछताना ही पड़ता है। ऐसे में उन बच्चों को भी सहन करना पड़ सकता है जिन्हें सिर्फ इसलिए पैदा किया गया है क्योंकि लोग चाहते थे।
रिश्ते में कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है तो लोग कहने लग जाते हैं कि बच्चा पैदा कर लेना चाहिए तो सब ठीक हो जाएगा। यह सबसे गलत सोच है। अगर रिश्ते में अभी परेशानी है तो बच्चा होने के बाद उसे भी बहुत उसे भी स्ट्रेस में से गुजरना पड़ेगा जिसके कारण उसे चाइल्डहुडट्रामा भी हो सकता है। इसलिए बच्चे का फैसला हमेशा आपका होना चाहिए और हमेशा एक महिला को कभी भी अपने विचार बोलने से पीछे नहीं हटना चाहिए क्योंकि यह आपकी बॉडी है और आपको पूरा हक्क है कि आप फैसला ले सकते हैं।