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Career And Family: पेरेंट्स बनने के बाद करियर और परिवार को कैसे मैनेज करें?

एक मां से यह आशा की जाती है कि वह 24 घंटे अपने बच्चों के साथ रहें और अगर वह ऐसा नहीं कर पाती तो उसे सेल्फिश माना जाता है जिसके लिए अपने बच्चे से ज्यादा करियर जरूरी है। इस सोच के डर से बहुत सारी महिलाएं करियर छोड़ देती हैं-

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Rajveer Kaur
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Child Career(freepik)

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Overcoming Challenges of Returning to Work After Motherhood: बहुत सारी महिलाएं माँ बनने के बाद करियर छोड़ने की बात करने लग जाती हैं। उन्हें लगता है कि हम करियर और पेरेंटिंग साथ में नहीं कर पाएंगे। हमारे समाज में माँ बनना बिल्कुल भी आसान नहीं है क्योंकि उनसे बहुत सारी अपेक्षाएं रखी जाती हैं। एक मां से यह आशा की जाती है कि वह 24 घंटे अपने बच्चों के साथ रहें और अगर वह ऐसा नहीं कर पाती तो उसे सेल्फिश माना जाता है जिसके लिए अपने बच्चे से ज्यादा करियर जरूरी है। इस सोच के डर से बहुत सारी महिलाएं करियर छोड़ देती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि समाज में उन्हें जज किया जाएगा और उनके माँ होने पर सवाल उठाए जाएंगे। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप करियर के साथ मदरहुड मैनेज कर सकती हैं?

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पेरेंट्स बनने के बाद करियर और परिवार को कैसे मैनेज करें?

खुद की सुनें

करियर और मदरहुड का आपस में कोई भी लेन-देन नहीं है। अगर आपको लगता है कि करियर आपको मां बनने से बाधित कर सकता है तो आप गलत सोच रहे हैं। सबसे पहले आपको यह जानना चाहिए कि बच्चा आपके अकेले की जिम्मेदारी नहीं है। कभी भी किसी पुरुष से करियर छोड़ने की अपेक्षा नहीं की जाती। यह एक डिफॉल्ट सेटिंग है कि बच्चा होने के बाद अगर किसी एक को करियर छोड़ना पड़ेगा तो वह औरत है। इसलिए आपको इस प्रेशर के नीचे नहीं आना है और अपने दिल की बात को सुनना है। अगर आपको लगता है कि आपको मां बनने के बाद भी करियर दोबारा से शुरू करना चाहिए तो आप कर सकते हैं। यह आपकी पर्सनल चॉइस है। 

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दूसरों की मदद से जर्नी बनेगी आसान

मां बनने के बाद करियर शुरू करना मुश्किल हो सकता है लेकिन नामुमकिन नहीं है। ऐसे में आपको दूसरों के सपोर्ट की जरूरत है। आप अपने लोगों से मदद मांग सकते हैं या नैनी रख सकते हैं। बहुत सारे लोग घर पर नैनी रखना के फैसले पर भी सहमत नहीं होते।  न्हें लगता है कि बच्चे दूसरों के हाथ में सुरक्षित नहीं होते या फिर ऐसी मदर बहुत ज्यादा सेल्फिश होती है लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आप किसी की सपोर्ट से करियर और मां बनने की जर्नी में बैलेंस बना सकते हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। यह आपका फैसला है कि आप अपने बच्चों के लिए कितना समय डेडिकेट करेंगे और बच्चों को समय देना आपके मां बनने को डिफाइन नहीं करता है।

मना करना सीखें

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मां बनने के बाद आपकी जिम्मेदारियां बहुत बढ़ जाती हैं। ऐसे में आपको इस बात को जानना होगा कि क्या काम आपके लिए जरूरी है और क्या नहीं। अगर आप सभी को खुश करने में लगेंगे तो बैलेंस नहीं बना पाएंगे और बर्नआउट हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप जरूरी कामों को प्राथमिकता दें। इसके साथ ही उन कामों को मना करना बहुत जरूरी है जिन्हें आप अवॉयड कर सकते हैं या फिर जो आप के ऊपर बोझ बन रहे हैं। अगर आपको लग रहा है कि मना करना रूड लगता है या फिर दूसरे को बुरा लग जाएगा तो आपको यह समझना होगा कि यह आप खुद के लिए एक स्टेप ले रहे हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।

खुद का ध्यान

करियर और मदरहुड के बीच खुद का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आपके लिए पहली प्राथमिकता आप खुद होने चाहिए। आप बच्चों के लिए भी समय निकाल लेंगे और  ऑफिस के काम को भी लगन से करेंगे लेकिन जब खुद की बात आएगी तो आप पीछे हट जाएंगे। आपको लगेगा कि आपको आराम की जरूरत नहीं या फिर आराम से ज्यादा अन्य काम ज्यादा जरूरी हैं। ऐसी सोच को खुद से दूर रखना है। अगर आपकी सेहत ठीक नहीं होगी तो आप अपने काम के बीच में बैलेंस नहीं बना पाएंगे।

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खुद को डिफाइन करें

दूसरों को खुद को डिफाइन मत करने दें। आप अपनी बाउंड्रीज खुद सेट करें और खुद अपने फैसले लेना शुरू करें। अगर कोई आपको बता रहा है कि आपको क्या करना चाहिए तो यह बिल्कुल भी सही नहीं है। आप अपनी स्थिति के हिसाब से एनालाइज करें कि आपको कितने घंटे अपने काम को और बच्चे को देने चाहिए। कुछ फैमिलीज में परिवार का सपोर्ट बहुत अच्छे से मिल जाता है जैसे घर में दादा-दादी होते हैं लेकिन कुछ घरों में अकेले कपल होते हैं। ऐसे में आप वर्क फ्रॉम होम का ऑप्शंस ले सकते हैं। आप कम घंटे वाली जॉब कर सकते हैं। आप नाइट शिफ्ट लगा सकते हैं। इसलिए आप खुद अपने फैसले लेना शुरू करें क्योंकि आप अपनी स्थिति को दूसरों से बेहतर जानते हैं।

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