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Induced Lactation:- आज हम जिस टॉपिक पर बात करने जा रहे है वह बिलकुल यूनिक और असाधारण टॉपिक है। इसके बारे में हम से बहुत लोग जिनको शायद पता न हो या फिर इसके बारे में सही जानकरी न हो। आज हम बात करेंगे INDUCED लैक्टेशन के बारे में जिसमें महिला बिना गर्भवती या बच्चे को जन्म दिए स्तनपान का सुख उठा सकती है। आइए जानते है कि कैसे यह संभव है।
जानिए Induced Lactation के बारे में फैक्ट्स जिन्हें जानना है जरुरी
महिलाओं के स्तनपान एक ऐसा जरिया है जिससे वे बच्चों को पौष्टिक आहार दे सकती है उसका पालन पौषण कर सकती है लेकिन आम तौर पर इसके लिए प्रेगनेंट होना पड़ता है लेकिन अब यह इसके बिना भी संभव है।
इस प्रक्रिया को प्रेरित स्तनपान या फिर अक्सर रिलैक्टेशन कहा जाता है। यह उन व्यक्तियों में दूध उत्पादन को प्रोत्साहित करने की प्रक्रिया है जिन्होंने जन्म नहीं दिया है या बच्चे को गोद लिया है। यह एक ऐसा तरीका है जो आपको से बच्चे को पालने की शक्ति देता है। यह आपके स्तनपान के सपने को साकार कर सकता है, चाहे आप गोद लेने वाले माता-पिता हों या समान-लिंग संबंध में माता-पिता हों।
कैसे कर सकते है स्तनपान
आपके दिमाग़ में यह सवाल तो ज़रूर आया होगा कि बिना गर्भ धारण किए कैसे आप यह कर सकते है। जब साइंस है तो सब संभव है। इसमें आप बॉडी को यह महसूस करवाते है कि आप गर्भवती है इसके लिए आप होर्मोन के साथ राबता क़ायम करते है। हमारे शरीर में। प्रोलैक्टिन नाम का होर्मोन होता है जो दूध पैदा करता है। दवाई और पम्पिंग से इसे स्टिम्युलेट किया जाता है। जिससे दूध पैदा होता है।
पम्पिंग से भी ऐसा किया जा सकता है। इसमें पम्पिंग मशीन आपको ब्रेस्ट को स्टिम्युलेट करती है जिससे बॉडी को दूध पैदा करने के सिग्नल मिलते है। इसके लिए आपको नियमित पम्पिंग करनी पड़ती है। कुछ समय बाद फिर दूध पैदा होने लगता है।
सही सहारे की ज़रूरत
यह एक जादुई सफ़र है जिसमें सही सहारे की ज़रूरत है। इसमें आपको पार्ट्नर, कन्सल्टंट, हेल्थकेयर और अपने जैसे लोगों की ज़रूरत है।
यह कोई ऐसी प्रॉसेस नहीं है कि अपने अभी चाया तो हो गया। नही, आपको इसमें समय लगेगा। इसके लिए पेशेन्स, समय औ चाहिए। इसमें समय, धैर्य और समर्पण लगता है। आपकी दूध की आपूर्ति धीरे-धीरे बढ़ जाएगी, इसलिए यदि यह रातोरात न हो तो निराश न हों।
लेकिन जब आपको इसका फल मिलेगा वह किसी मंज़िल से कम नहीं होगा। जब आप खुद अपने बच्चे को सत्नपान करवाने में सफल होंगी खुद अपने बच्चे को पोषण दे सकेंगी इसकी फ़ीलिंग ही अलग होगी।