FAQs About Breastfeeding: ब्रेस्टफीडिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा मां अपने बच्चों को ब्रेस्ट मिल्क फीड करती है। इसके मां और शिशु दोनों को फायदे होते हैं। हमारे समाज में ब्रेस्टफीडिंग को लेकर भी बहुत सारे स्टिग्मा मौजूद हैं जिस कारण महिलाओं का पब्लिक प्लेस पर ब्रेस्ट फीड करना मुश्किल हो जाता है। आज भी ब्रेस्टफीडिंग को सेक्शुअलाइज किया जाता है जो कई बार महिला को अनकंफरटेबल कर देता है क्योंकि लोग उन्हें बुरी नजर से देखते हैं। आज हम ब्रेस्टफीडिंग के बारे में काफी सारी बातें आपके साथ शेयर करेंगे। चलिए जानते हैं-
ब्रेस्टफीडिंग से जुड़े इन सवालों के जवाब जानिए
एक मां को ब्रेस्टफीडिंग कब शुरू कर देनी चाहिए?
UNICEF और WHO जन्म के एक घंटे के अंदर शुरू होने से, जीवन के पहले छह महीनों के लिए केवल ब्रेस्टफीडिंग कराने की सलाह देते हैं। पहले 6 महीनों तक केवल ब्रेस्टफीडिंग जारी रखने से - किसी अन्य फूड के बिना - संवेदी और संज्ञानात्मक विकास (Sensory & Cognitive Function) को बढ़ावा मिलता है और शिशुओं को इंफेक्शन और क्रॉनिक बीमारियों से बचता है।
मां के ब्रेस्ट में कब दूध आना शुरू हो जाता है?
बच्चों के जन्म के बाद आपकी ब्रेस्ट से प्री-मिल्क आता है जिसे हम कोलोस्ट्रम कहते हैं। इसे आपकी ब्रेस्ट प्रेगनेंसी में प्रोड्यूस करती है. यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है जिसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबॉडी होते हैं। इनसे बच्चे की इम्युनिटी अच्छी रहती है। यह कुछ दिनों बाद ब्रेस्ट मिल्क में ट्रांसफॉर्म हो जाता है।
मां को ब्रेस्टफीडिंग के क्या फायदे होते हैं?
ब्रेस्टफीडिंग के माँ को बहुत सारे फायदें होते हैं इससे आप ओवेरियन, ब्रेस्ट और थायराइड कैंसर आदि से बचते हैं और इससे टाइप 2 डायबिटीज का भी खतरा कम होता है। यह युटेरस को उसके रेगुलर साइज में वापस आने के लिए भी मदद करता है। इसके साथ ही ऑक्सीटोसिन भी रिलीज होता है और हाई ब्लड प्रेशर के चांस भी कम हो जाते हैं
बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग क्यों करवाना चाहिए?
माँ के दूध को अमृत माना जाता है। बच्चों को मां का दूध ही पिलाना चाहिए क्योंकि यह इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करता है। बच्चे की डेवलपमेंट के लिए जो भी पौष्टिक तत्व चाहिए होते हैं जैसे प्रोटीन, विटामिन, फैट, शुगर और वाटर यह सब भी इसमें मौजूद होते हैं। बच्चे के लिए इसे पचाना भी आसान होता है। इससे बच्चे काफी सारी बीमारियों चाहे वह लॉन्ग टर्म के लिए हो या फिर शॉर्ट टर्म के लिए से बचते हैं।
बच्चों को कब तक ब्रेस्ट फीड करना चाहिए?
बच्चों को ब्रेस्ट फीड पहले 6 महीने तक जरूर करना चाहिए। इसके बाद आप उसे खाना दे सकते हैं। उसके साथ-साथ ब्रेस्टफीडिंग भी कराते रहे तब तक बच्चा एक साल तक का ना हो जाए। जितनी देर तक बच्चा ब्रेस्ट फीड करता रहेगा वह बीमारियों से उतना ही बचेगा।
एक दिन में कितनी बार बच्चों को ब्रेस्टफीड करना चाहिए?
ब्रेस्टफीड बच्चों के ऊपर निर्भर करता है जब भी आपको लगे कि बच्चों को भूख लगी है तब आप उसे ब्रेस्टफीड कर सकते हैं। शुरुआती दिनों में आप बच्चे को1 दिन में 8 से 12 बार दूध पिला सकते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।