Follow These Easy Tips For Regular Periods: मेंस्ट्रुअल साइकिल की बात करें तो इसमें हर महीने महिलाओं को कुछ दिनों के लिए ब्लीडिंग होती है। यह दिन आमतौर पर महीने में 5 से 7 दिन होते हैं। आज के समय में महिलाओं के लिए अनियिमित मासिक चक्र बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है क्योंकि आधुनिक लाइफस्टाइल के चलते पीसीओडी या फिर पीसीओएस आम समस्या हो गई है जिसके कारण महिलाओं को यह समस्या बहुत आम है।
अनियमित मासिक धर्म को समझें
Cleveland Clinic के अनुसार, अनियमित मासिक धर्म के उदाहरणों में 21 दिनों से कम या 35 दिनों से अधिक अंतराल पर होने वाली मासिक धर्म, लगातार तीन या अधिक मासिक धर्म का न आना तथा मासिक धर्म का प्रवाह सामान्य से अधिक या कम होना शामिल है। रेगुलर पीरियड्स हर एक महिला के राहत की खबर होती है।
पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स
फिजिकल एक्टिविटी
रेगुलर पीरियड्स के लिए आपको रोजाना एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसके साथ ही योग भी आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। ऐसी कोई भी फिजिकल एक्टिविटी करने से आपके हार्मोन रेगुलेट होते हैं जिसके कारण आपका मेंस्ट्रुअल साइकिल रेगुलर हो जाता है। इसलिए आपको रोजाना आधा घंटा एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए।
वजन कंट्रोल करें
वजन में बदलाव के कारण भी आपके पीरियड में रेगुलर हो सकते हैं क्योंकि इससे आपका हार्मोन लेवल में उतार-चढ़ाव कम होता है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ वजन बढ़ने से ही आपके पीरियड्स पर असर पड़ता है अगर वेट कम हो जाए तब भी आपके पीरियड्स प्रभावित हो जाते हैं इसलिए आपको हमेशा ही वजन में बैलेंस बनाकर रखना चाहिए। इसके साथ ही जिन लोगों में मोटापे की शिकायत होती है उन्हें ऐसी समस्याओं का और ज़्यादा सामना करना पड़ता है इसलिए आपको अपने भोजन में कंट्रोल करना चाहिए।
संतुलित आहार
आपकी डाइट का भी पीरियड्स के साथ संबंध होता है अगर आप जंक फूड या फिर प्रोसेस्ड फूड खाते हैं तब भी आपके पीरियड्स प्रभावित होते हैं इसलिए आपको हमेशा घर का खाना ही खाना चाहिए। इसके साथ ही आपके खाने में सभी पौष्टिक तत्व होने चाहिए जिससे आपके हार्मोंस में बैलेंस बना रहे। अपनी डाइट में फल सब्जियां और अनाज को शामिल करें। इसके साथ ही विटामिन का भी ध्यान रखें क्योंकि अगर आपकी डाइट में विटामिन डी की कमी है तब भी पीरियड अनियमित हो जाते हैं।
शराब और सिगरेट का सीमित सेवन
अगर आप रेगुलर पीरियड्स चाहते हैं तब आपको शराब और सिगरेट का सेवन भी सीमित करना होगा क्योंकि अल्कोहल और स्मोकिंग दोनों से ही आपके हारमोंस में उतार चढ़ाव होता है जो अनियिमित पीरियड का कारण बनते हैं इसके कारण ओवुलेशन में भी दिक्कत आती है और मेनोपॉज के लक्षण भी समय से पहले दिखाई देने लग सकते हैं।
साउंड स्लीप
आपको अपनी नींद का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर आप अपनी नींद को पूरा नहीं कर रहे हैं या फिर बहुत कम सोते हैं तब भी आपके हारमोंस उतार-चढ़ाव करने लग जाते हैं जो अनियिमित पीरियड का कारण बनते हैं। इसलिए आपको 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करनी चाहिए। इसके लिए आपको स्ट्रेस कम लेना चाहिए क्योंकि स्ट्रेस से भी आपके पीरियड प्रभावित हो जाते हैं। आपको मेडिटेशन या फिर ब्रीदिंग टेक्निक्स का सहारा लेना चाहिए जिससे आपकी बॉडी और मन दोनों रिलैक्स होकर रिलैक्स होंगे। इससे आपको साउंड स्लीप आने में मदद मिलेगी।
अन्य बातें
आपको अपने साइकिल को हर महीने ट्रैक करना चाहिए और अगर कुछ भी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है तो उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसके साथ ही अपने लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करना चाहिए और एक हेल्थी प्रोटीन की शुरुआत करनी चाहिए। आप अनियिमित पीरियड को ऐसे ही मत जाने दें बल्कि डॉक्टर से जरूर संपर्क करें क्योंकि यह किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकते हैं जिसके कारण आपको प्रेगनेंसी में या फिर मेनोपॉज के दौरान परेशानी आ सकती है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।