Follow These Tips To Get Relief From Hot Flashes During Menopause: मेनोपॉज के प्रक्रिया में महिलाओं के शरीर में काफी सारे बदलाव आते हैं। जैसे नींद आने में परेशानी, वजन बढ़ना, दिल की बीमारी, मेटाबॉलिज्म खराब होना आदि। इन सारी समस्याओं के साथ एक समस्या हॉट फ्लैश भी होती है। इसमें महिलाओं को सामान्य तापमान पर भी अचानक गर्मी महसूस होने लगती है। जिस कारण उनमें घबराहट और बेचैनी शुरू हो जाती है। हालांकि यह समस्या महिलाओं में कुछ महीने या एक-दो साल तक रह सकती है, जिसे खत्म नहीं किया जा सकता। इसे कंट्रोल करने के लिए प्री मेनोपॉज के समय से ही आपको ध्यान रखना ज़रुरी हो जाता है।
मेनोपॉज में क्यों होता हॉट फ्लैशेस?
प्री मेनोपॉज से महिलाओं में पीरियड अनियमित हो जाते हैं। जिस कारण ओवरीज में अंडे बनने कम हो जाते हैं और धीरे-धीरे एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोंस के स्तर में भी कमी आने लगती हैं। जिस कारण शरीर के ऊपरी भाग जैसे- गर्दन, चेहरे और छाती पर अधिक गर्मी महसूस होनी शुरु हो जाती है और पसीने बाहर आने शुरु हो जाते हैं।
मेनोपॉज में हॉट फ्लैशेस को कम करने का उपाय
1. कॉटन कपड़े पहनें
इस दौरान भूलकर भी सिंथेटिक कपड़े का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे बॉडी हीट ट्रैप कर लेती है और जिस कारण हॉट फ्लैश की समस्या शुरू हो जाती है, इसलिए इस दौरान आप कॉटन के कपड़े ही पहनें ताकि आपका शरीर अच्छी तरह से सांस ले पाए और आपको गर्मी का एहसास भी कम महसूस हो।
2. एक्सरसाइज करें
इस दौरान आपके जैसे ही हॉट फ्लैश का अनुभव हो तुरंत आप एंग्जाइटी को शांत करने की कोशिश करें। इसके लिए आप ऐसी एक्सरसाइज करें जो आपको रिलैक्स रखने में मदद करता हो। इस दौरान आप अनुलोम-विलोम प्राणायाम कर सकती हैं।
3. भोजन पर ध्यान दें
गर्म चाय, कॉफी और तेल-मसाले वाले भोजन का सेवन करने से बचें। इसकी जगह आप ठंडे फल जैसे- तरबूज, खरबूज का सेवन कर सकती हैं। इस दौरान खाना हमेशा ठंडा और ताजा खाने की ही कोशिश करें। जिस भी चीज से आपको एलर्जी हो उसका सेवन इस दौरान बिलकुल भी ना करें।
4. एंटीऑक्सीडेंट से लें राहत
हॉट फ्लैश की स्थिति से निपटने के लिए एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन करें। इसके लिए आप ब्रोकली, पालक, शिमला मिर्च जैसी हरी सब्जियां और फल में चेरी, आम का सेवन कर सकती हैं।
5. तनाव से रहें दूर
इससे राहत पाने के लिए आप खुद को तनाव से दूर रखें। इस दौरान जितना आप खुद को खुश रख पाएंगी उतनी ही आपको इस स्थिति से उभरने में मदद मिलेगा, इसलिए खुद को तनाव, गुस्से और एंग्जाइटी से बचाएं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।