Habits Which Can Cure Bad Eyesight: आजकल अत्यधिक लोग साफ देखने के लिए चश्मे का इस्तेमाल करते हैं। खराब आईसाइट को मायोपिया भी कहा जाता है जिसमें की दूर की चीज धुंधली दिखाई देती हैं। भारत में हर साल लगभग 30000 ऐसे कैसेज़ आते हैं जिनमें बच्चे मायोपिया का शिकार होते हैं। मायोपिया अक्सर 5 साल से 18 साल की उम्र में होता है। इसका कारण विटामिन और मिनरल्स की कमी, बहुत अधिक स्क्रीन टाइम और हार्मफुल लाइट की वजह से हो सकता है। यदि सही आदतें और खान-पान अपनाया जाए तो मायोपिया को कम किया जा सकता है और चश्मा उतर जाने की संभावना बढ़ जाती है पर इन आदतों को डेली रूटीन मैं ढालना आवश्यक है। आईए जानते हैं चश्मा उतारने के लिए किन आदतों को डेली रूटीन में अपनाना चाहिए।
चश्मा उतारने के लिए अपनाएं यह आदतें
1. योग
नेत्र व्यायाम, सर्वांगासन, अधोमुखी सवासन, कपालभाति प्राणायाम आदि से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और यह आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें आंखों को इधर-उधर घूमाना, पलक झपकाना आदि भी शामिल होता है। जिससे कि आंखों की शक्ति बढ़ जाती है।
2. डाइट
Vitamin A, Antioxidant, जिंक, ओमेगा 3 आदि से भरपूर भोजन खाने से आंखों की शक्ति बढ़ सकती है। बॉडी में विटामिन की कमी से भी आंखें कमजोर हो सकती हैं। एक अच्छी डाइट लेने से मायोपिया को कम किया जा सकता है।
3. एक्सरसाइज
आंखों की एक्सरसाइज करना जैसे अपने अंगूठे या एक पेन पर अपने आंखों को फोकस करना और अंगुठे या पेन को अपनी आंखों के बिल्कुल मध्य में रखकर दूर और पास करना आंखों का फोकस बढ़ता है।
4. कम करें स्क्रीनटाइम
अधिक फोन या लैपटॉप का इस्तेमाल करने से आंखों पर काफी जोर पड़ता है और वह धीरे-धीरे कमजोर होने लग जाती है। इससे आंखों में थकावट और साथ ही डार्क सर्कल्स भी हो सकते हैं। यदि फोन या टैबलेट का इस्तेमाल करना है तो उसे किसी उजाले वाले कमरे में इस्तेमाल करें। अंधेरे में इसका इस्तेमाल करना अधिक नुकसानदायक होता है
5. आंखो को हानिकारक किरणों से प्रोटेक्ट करें
Ultraviolet Rays से आंखों को प्रोटेक्ट करें यह सारी किरणें आंखों को परमानेंट डैमेज पहुंचाती हैं और उनको कमजोर करती चली जाती हैं। धूप में जाते वक्त सन ग्लासेस का इस्तेमाल करें।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।