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Menopause के दौरान मूड स्विंग्स से कैसे निपटें?

यही वजह है कि इस दौरान महिलाओं को कई बार खुशी, गुस्सा, चिड़चिड़ापन या उदासी जैसा महसूस हो सकता है। ये मूड स्विंग्स परेशान कर सकते हैं, लेकिन स्वस्थ खानपान, व्यायाम और तनाव कम करने की कोशिशों से इनको प्रबंधित किया जा सकता है।

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Anusha Ghosh
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Menopause: मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन जैसे हार्मोनों के स्तर कम हो जाते हैं, जिससे दिमाग के रसायन भी प्रभावित होते हैं। यही वजह है कि इस दौरान महिलाओं को कई बार खुशी, गुस्सा, चिड़चिड़ापन या उदासी जैसा महसूस हो सकता है। ये मूड स्विंग्स परेशान कर सकते हैं, लेकिन स्वस्थ खानपान, व्यायाम और तनाव कम करने की कोशिशों से इनको प्रबंधित किया जा सकता है।

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मेनोपॉज के दौरान जानिए मूड स्विंग्स से निपटने के 5 तरीके

1. आहार और व्यायाम

मेनोपॉज के दौरान अपने खान-पान और व्यायाम पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है। मसालेदार भोजन, कॉफी और शराब गरमी और रात को पसीना आने की समस्या को बढ़ा सकते हैं, इसलिए इनका सेवन कम करें। साथ ही चीनी का सेवन भी कम करें और भरपूर पानी पीएं। अपने आहार में फल, सब्जियां और प्रोटीन युक्त चीजों को शामिल करें, जैसे दालें, अंडे, मछली और चिकन। नियमित व्यायाम से शरीर में एंडोर्फिन नामक रसायन निकलते हैं जो मन को अच्छा रखते हैं और तनाव को कम करते हैं। 

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2. नींद पूरी करें

अच्छी नींद ना सिर्फ शारीरिक स्वस्थ्य के लिए बल्कि मानसिक  स्वस्थ्य के लिए भी ज़रूरी है। मेनोपॉज के दौरान नींद में परेशानी होना आम बात है। नींद की कमी मूड स्विंग्स को और भी बढ़ा सकती है। इसलिए रात को जल्दी सोने और सुबह एक निश्चित समय पर उठने की आदत डालें। शांत और अंधेरे कमरे में सोने की कोशिश करें। दिन में थोड़ी देर के लिए झपकी लेना भी फायदेमंद हो सकता है, लेकिन ध्यान दें कि ज़्यादा देर तक ना सोएं वरना रात की नींद प्रभावित हो सकती है।

3. तनाव प्रबंधन

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तनाव मूड स्विंग्स को और भी बढ़ा सकता है। इसलिए तनाव कम करने की कोशिश करें। ध्यान, योग, गहरी सांस लेने के अभ्यास या फिर किसी शौक को अपनाना तनाव कम करने के कारगर तरीके हैं। आप चाहें तो लिखने का अभ्यास भी कर सकती हैं, जो मन में चल रहे विचारों को बाहर निकालने में मदद करता है।

4. अपनों से बात करें

अपने मूड स्विंग्स के बारे में अपने पार्टनर, परिवार या दोस्तों से बात करने में हिचकिचाएं नहीं। कई बार अपने आप को अकेला महसूस करना या अपनी परेशानी को दबाकर रखना समस्या को और बढ़ा सकता है। उनकी समझ और सहयोग आपको इस मुश्किल दौर से निकलने में मदद करेगा। आप किसी सहायता समूह में शामिल होने पर भी विचार कर सकती हैं, जहां आप दूसरी महिलाओं से जुड़कर अपने अनुभव साझा कर सकती हैं और उनका समर्थन प्राप्त कर सकती हैं।

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5. डॉक्टर से सलाह लें

अगर मूड स्विंग्स बहुत ज्यादा परेशान कर रहे हैं और आपकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी प्रभावित हो रही है, तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार दवाइयां या काउंसलिंग की सलाह दे सकते हैं। याद रखें, मेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। इन तरीकों को अपनाकर और डॉक्टरी सलाह लेकर आप इस दौरान होने वाले मिजाज़ के उतार-चढ़ाव को आसानी से सह सकती हैं।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

Menopaus आहार और व्यायाम डॉक्टर से सलाह लें अपनों से बात करें
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