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क्या महिलाओं को Strength Training करनी चाहिए?

पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर सकती हैं। यह महिलाओं की ओवरऑल वेलबींइग के लिए बहुत फायदेमंद है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से आपके सिर्फ मसल्स स्ट्रांग नहीं होते हैं। इसके और भी बहुत सारे फायदे मिलते हैं।

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Rajveer Kaur
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How Women Can Benefit from Strength Training? आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपनी सेहत के प्रति बहुत लापरवाह हो जाते हैं, बाहर का खाना, जरूरत से ज़्यादा या कम खाना एवं नियमित समय पर ना खाना इत्यादि जैसी गलत आदतें हमारे शरीर पर बुरा प्रभाव डालती हैं। इसके अलावा स्ट्रेस भी हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर डालती है। लंबे समय तक बैठकर काम करना, बैठने एवं लेटने का गलत पोस्चर भी हमारे शरीर पर असर डालता है। इस सब से बचने के लिए जरूरी होती है एक्सरसाइज यानी कसरत। लेकिन एक सवाल अक्सर सामने आता है कि क्या महिलाओं के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कितनी ज़रूरी है। चलिए शुरू करते हैं?

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क्या महिलाओं को Strength Training करनी चाहिए?

पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं भी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर सकती हैं। यह महिलाओं की ओवरऑल वेलबींइग के लिए बहुत फायदेमंद है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से आपके सिर्फ मसल्स स्ट्रांग नहीं होते हैं। इसके और भी बहुत सारे फायदे मिलते हैं। ऐसे आपकी बॉडी में एक संतुलन आता है और तालमेल बैठता है। अगर आप सोच रहे हैं कि आपको स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने के लिए ज्यादा उपकरणों की जरूरत पड़ती है तब आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं। आप पुश अप या फिर फुल ऑफ कर सकते हैं। इसके फायदे जानते हैं-

बॉडी फैट बर्न होती है

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वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज करने से आपकी बॉडी फैट बर्न होती है और स्टेमिना भी बढ़ता है। इसके साथ ही मसल बनते हैं। इससे आपकी फैट तब भी बर्न होती है जब आप एक्सरसाइज नहीं करते हैं  इसके साथ ही आपके पेट की चर्बी भी कम होती है। अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है इन सबके साथ आपका मसल्स साइज और स्ट्रैंथ भी बढ़ता है। अच्छी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के लिए आपको अच्छी डाइट और आराम की भी जरूरत होती है।

हड्डियां भी मजबूत होती है

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से आपकी हड्डियां भी मजबूत होती है क्योंकि इससे आपके बोनस के ऊपर स्ट्रेस पड़ता है जो इसकी मजबूती के पीछे का कारण बनता है। महिलाओं में बढ़ती उम्र के साथ ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या आम हो जाती है लेकिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से इसका रिस्क भी काम होता है। इससे बोन डेंसिटी और स्ट्रक्चर में भी सुधार आता है। इससे आपके मसल स्वास्थ बनते हैं और हड्डियों की बीमारियों से भी दूरी बनती है।

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हार्ट हेल्थ में सुधार 

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का हार्ट हेल्थ पर भी बहुत अच्छा असर पड़ता है। अगर आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग जैसे एरोबिक एक्टिविटीज में शामिल होते हैं तब आपकी हार्ट हेल्थ बहुत सुधरती है। आप एक्सरसाइज करते हैं तो इसका पॉजिटिव असर आपके हार्ट के ऊपर भी दिखाई देता है क्योंकि हमारे हार्ट को लगातार ट्रेनिंग की जरूरत होती है। इसके साथ ही यह ब्लड प्रेशर में भी प्रभावी है। 

मेंटल हेल्थ

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आज के समय में मेंटल हेल्थ एक बहुत बड़ी समस्या है और लगभग हर व्यक्ति मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स से जूझ रहा है लेकिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से आपकी मेंटल हेल्थ में भी सुधार आता है क्योंकि इससे आपको डिप्रेशन और एंजाइटी के लक्षण कम होते हैं। इसे आपका स्ट्रेस रिलीज हो जाता है। जब हम कोई भी फिजिकल एक्टिविटी करते हैं तब हमारे हैप्पी हारमोंस भी रिलीज होते हैं। इसके साथ ही अगर आपकी बॉडी स्वस्थ होती है तब आपको खुद में कॉन्फिडेंस आता है, आपका मूड बेहतर होता है और आप खुश रहना शुरू कर देते हैं।

साउंड स्लीप 

आज की बिजी लाइफस्टाइल में नींद एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है क्योंकि हम ज्यादातर घंटे काम करते रहते हैं जिसके कारण हमारी नींद पूरी नहीं होती है। ईसके साथ ही हम साउंड स्लीप के साथ स्ट्रगल करते हैं लेकिन ट्रेनिंग से आपकी नींद की गुणवत्ता में भी सुधार आता है। इससे आपकी फिजिकल और मेंटल दोनों अच्छी रहती है क्योंकि जब आपकी नींद अच्छी से पूरी होती है तब आप सुबह एनर्जेटिक होते हैं और आपको बीमारियों का खतरा भी काम होता है। आप पूरा दिन थकावट नहीं महसूस करते हैं।

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Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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